रांची: शहरी इलाकों में घर बनाने के लिए नगर निगम के परमिशन की जरूरत होती है. लेकिन कोरोना संक्रमण काल में निगम की ओर से नक्शे का परमिशन मिलने में देरी हो रही है. हालांकि, इसके लिए ऑनलाइन व्यवस्था की गई है. लेकिन नक्शा पास होने की कोई समय अवधि तय नहीं हो पाई है. आलम यह है कि लोगों को नक्शा बनाने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. जहां पिछले 2 महीने से लंबित नक्शों का निष्पादन नहीं हुआ है, तो वहीं नए नक्शे भी पास नहीं किए गए हैं.
क्या कहा टाउन प्लानर ने
हालांकि, टाउन प्लानर श्रीकांत शरण का कहना है कि लंबित मामलों के निष्पादन का प्रयास लगातार किया जा रहा है, ताकि आम लोगों को परेशानी ना हो. उपनगर आयुक्त शंकर यादव ने कहा है कि कुछ ऐसे आवेदन हैं जिसमें जमीन के पूरे कागजात नहीं मिले हैं या फिर शिकायत मिली है. उसकी जांच के बाद ही नक्शा पास करने की प्रक्रिया पूरी होती है, जिसमें समय लग रहा है.
डिप्टी मेयर ने क्या कहा
आलम यह है कि कोरोना संक्रमण काल में लंबित नक्शे का निपटारा नहीं किया जा सका है. बल्कि इस दौरान और भी नक्शे अप्लाई किए गए हैं. लेकिन ऑनलाइन व्यवस्था में भी लगातार खामियां आने की वजह से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. शहर के डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय ने कहा है कि ऑनलाइन अप्लाई किए गए नक्शे में अगर कोई त्रुटि नहीं है तो उसे हर हाल में पूरा किया जाना है. अगर किसी को परेशानी हो रही है तो वह इसकी शिकायत जरूर करें.
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800 से अधिक नक्शों का निष्पादन लंबित
बहरहाल, रांची नगर निगम में नक्शा पास कराने के लिए ऑनलाइन व्यवस्था के तहत लोग अप्लाई कर रहे हैं. लेकिन टाइम फ्रेम नहीं होने की वजह से नक्शा पास करने में मनमानी की जाती रही है. जिसकी वजह से लोगों को दो-दो वर्ष तक इंतजार करना पड़ रहा है. ऐसे में रांची नगर निगम में आए दो नए टाउन प्लानर के बावजूद 800 से अधिक नक्शों का निष्पादन लंबित है. जिसके जल्द निपटारे की उम्मीद नहीं की जा सकती है.