रांची: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के वजह से रोजगार के क्षेत्र में काफी समस्या उत्पन्न हो गई है. कई प्रतिष्ठान बंद पड़े हैं, जिसके कारण रोजगार छिन गया है. खासकर सैलून और पार्लर बंद होने के कारण इससे जुड़े लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इसे अखिल भारतीय नाई संघ ने रांची के मोरहाबादी मैदान में विरोध प्रदर्शन किया. सैलून और पार्लर से जुड़े नाई समाज के लोगों ने कहा कि उनकी आर्थिक स्थिति दयनीय हो गई है, जिसके कारण घर परिवार भी चलाना मुश्किल हो रहा है. अधिकतर लोग सैलून भाड़ा पर लेकर चलाते हैं. सैलून नहीं खुलने के कारण भाड़ा देना मुश्किल हो रहा है.
अखिल भारतीय नाई संघ के महासचिव मनोज कुमार शर्मा ने कहा कि नाई समाज के लोग सैलून, पार्लर और फुटपाथ में दुकान चलाकर अपनी रोजी रोजगार चलाते हैं. लेकिन लंबे समय से दुकान बंद होने के कारण घर की स्थिति काफी खराब हो गई है. सरकार तमाम चीजों को धीरे-धीरे रियायत दे रही है लेकिन सैलून, पार्लर खोलने को लेकर कोई भी दिशा-निर्देश अब तक जारी नहीं किया है.
राज्य सरकार से मांग करते हैं कि अर्थिक सहायता राशि के रूप में 10 हजार रुपये की दर से हर महीने भुगतान करें ताकि वे जीवन बसर कर सकें. इसके साथ ही 5 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा करें. उन्होंने कहा कि सरकार उन लोगों के लिए जल्द से जल्द गाइडलाइन के तहत सैलून खोलने की इजाजत दे.
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सैलून और पार्लर खोलने की मांग
अनलॉक-1.0 में सरकार धीरे-धीरे तमाम दुकानों को खोलने की अनुमति दे रही है, लेकिन सैलून और पार्लर खोलने की अब तक अनुमति नहीं दी है. सरकार से मांग है कि जल्द से जल्द एक गाइडलाइन के तहत इन दुकानों को भी खोलने के दिशा-निर्देश दिए जाएं ताकि इन लोगों का रोजी रोजगार फिर से सुचारू रूप से चल सके.