रांची: कोरोना संक्रमण से परेशान झारखंड पर एक नए संक्रमण का गंभीर खतरा मंडरा रहा है. इस खतरे का नाम मंकी पॉक्स है. दिल्ली और केरल में पॉजिटिव केस मिलने के बाद झारखंड में भी स्वास्थ्य विभाग की तरफ से गाइडलाइन जारी कर अलर्ट कर दिया गया है. इस बीमारी से न केवल इंसानों को बल्कि जानवरों को भी खतरा है. इसी को लेकर रांची के बिरसा मुंडा जैविक उद्यान में विशेष एहतियात बरतने को लेकर दिशा निर्देश जारी किए गए हैं.
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चिड़ियाघर में बढ़ी सतर्कता: जू प्रबंधक व पशु चिकित्सक डॉक्टर ओम प्रकाश साहू ने बताया कि मंकीपॉक्स को लेकर चिड़ियाघर में एहतियात बरती जा रही है. जितने भी केजकीपर(CAGE KEEPER) हैं उन्हें हाथों में गलव्स लगाकर केज के पास जाने का निर्देश दिया गया है. इसके साथ ही मास्क पहनने की भी हिदायत दी गई है. उन्होंने बताया कि प्रतिदिन सभी जानवरों के पिंजरे में ब्लीचिंग का छिड़काव किया जा रहा है. मंकीपॉक्स को देखते हुए छिड़काव बढ़ा दिया गया है ताकि किसी तरह की कोई सक्रमण चिड़ियाघर में नहीं फैले. उन्होंने बताया कि मंकीपॉक्स का मतलब यह नहीं है कि बंदरों से ही यह बीमारी फैलती है यह इंसानों से इंसानों के बीच फैलने वाली बीमारी है. फिर भी एहतियात के तौर पर चिड़ियाघर में प्रबंधन के द्वारा सभी तरह के व्यापक इंतजाम किए गए हैं.
साफ सफाई का विशेष ध्यान: हजारीबाग से आए एक दर्शक की माने तो चिड़ियाघर में साफ-सफाई को लेकर निश्चित तौर पर विशेष ध्यान रखा गया है लेकिन जिस तरह से मंकीपॉक्स के मरीज भारत में पाए जा रहे हैं ऐसे में जरूरत है कि आने वाले लोगों के लिए भी सुरक्षा और एहतियात का विशेष ध्यान रखा जाए. जंगली जानवरों और संदिग्ध मरीजों के संपर्क से दूरी बनाकर रखी जाए ताकि झारखंड को इस महामारी से बचाया जा सके.