रांचीः 3 वर्ष बाद आरयू की सीनेट की बैठक आयोजित हो रही है. लेकिन बैठक शुरू होने से पहले ही यह बैठक विवादों में आ गया है. बताया जा रहा है कि इस बैठक में छात्र संगठन से जुड़े कोई प्रतिनिधि शामिल नहीं हो रहे हैं. क्योंकि अब तक विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव कराया ही नहीं गया है. आजसू छात्र संगठन ने इस बैठक का विरोध किया.
3 वर्ष बाद रांची विश्वविद्यालय के सीनेट की बैठक हो रही है. इस बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए जाएंगे. सांसद, विधायक समेत मनोनीत सदस्य भी शामिल होंगे. हालांकि छात्र संघ चुनाव नहीं होने के कारण छात्र प्रतिनिधि इस बैठक में नहीं होंगे. जिसका विरोध आजसू छात्र संघ ने पुरजोर तरीके से किया है. सीनेट बैठक शुरू होने से पहले विद्यार्थियों (आजसू छात्र संगठन) की ओर से विश्वविद्यालय के मुख्य गेट के समक्ष जमकर प्रदर्शन किया गया.
इस दौरान सीनेट में भाग लेने वाले सदस्यों को विश्वविद्यालय एक्ट की कॉपी भी सौंपी गई. मौके पर छात्र संगठन का कहना है कि विश्वविद्यालय छात्र हित का ध्यान नहीं रख रही है. अगर इस बैठक में छात्र प्रतिनिधि ही नहीं रहेंगे. तो उनके मुद्दों को कौन उठाएगा. मामले को लेकर पुरजोर विरोध किया जा रहा है. वहीं इस बैठक को रद्द करने की मांग भी की जा रही है. मौके पर विश्वविद्यालय की कुलपति, रजिस्ट्रार समेत तमाम पदाधिकारियों को मांग पत्र भी आजसू छात्र संगठन के कार्यकर्ताओं ने सौंपा है. वहीं गुलाब फूल देकर उन्हें इस बैठक को रद्द करने की मांग की है .
मौके पर विश्वविद्यालय की कुलपति कामिनी कुमार ने कहा कि यह बैठक छात्रहित के लिए ही रखा गया है. आने वाले समय में नैक का मूल्यांकन होना है. इन तमाम चीजों को देखते हुए यह बैठक आयोजित करना समय पर महत्वपूर्ण था. क्योंकि पिछले 3 वर्षों से सीनेट की बैठक आयोजित नहीं हुई है. सीनेट की बैठक के बाद छात्र संघ चुनाव को लेकर अधिसूचना भी निकाली जाएगी. नवंबर में छात्र संघ चुनाव भी सम्पन्न करा लिया जाएगा.