नई दिल्ली: झारखंड कांग्रेस का नया अध्यक्ष रामेश्वर उरांव को बनाया गया है. इसके साथ ही पांच कार्यकारी अध्यक्ष की भी नियुक्ति की गई है. विधायक इरफान अंसारी, राजेश ठाकुर, मानस सिन्हा, संजय पासवान, केशव महतो कमलेश को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है.
मुझे बड़ी जिम्मेदारी मिली है- रामेश्वर उरांव
नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने कहा कि मुझे बड़ी जिम्मेदारी मिली है. मैं पूरी ईमानदारी और मेहनत से अपनी जिम्मेदारी निभाउंगा. सबको साथ लेकर चलूंगा, कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी को धन्यवाद देता हूं की उन्होंने मुझे जिम्मेदारी दी. झारखंड विधानसभा चुनाव नजदीक है अब हमें अच्छे से तैयारी में जुट जाना है. झारखंड में कांग्रेस के अंदरूनी कलह को समाप्त करना मेरे लिए सबसे पहली प्राथमिकता होगी.
'रघुवर सरकार हर मोर्चे पर फेल'
रामेश्वर उरांव ने कहा कि लोकसभा चुनाव हम लोग महागठबंधन में रहकर लड़े थे. कांग्रेस चाहेगी की विधानसभा चुनाव भी महागठबंधन में रहकर लड़ा जाए, सहयोगी दलों से बेहतर तालमेल हो उसकी कोशिश होगी. झारखंड में रघुवर सरकार हर मोर्चे पर फेल साबित हुई है इस बार बीजेपी सरकार को हटा देना है.
कौन हैं रामेश्वर उरांव ?
रामेश्वर उरांव मनमोहन सिंह सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं. रामेश्वर उरांव 14 फरवरी 1947 को पलामू के चियांकी में पैदा हुए थे. रामेश्वर उरांव ने 1972 में राष्ट्रीय पुलिस सेवा में शामिल होने से पहले रांची विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में पीएचडी की उपाधि प्राप्त की थी. 7 अप्रैल, 2008 को रामेश्वर उरांव ने मनमोहन सिंह सरकार के तहत पहली कैबिनेट में एक आदिवासी मामलों के मंत्री के रूप में शपथ ली थी. मनमोहन सिंह सरकार में वे अनुसूचित जनजाति आयोग के चेयरमैन भी रहे हैं. साल 2009 में भाजपा के सुदर्शन भगत ने उन्हें हराकर लोहरदगा लोकसभा सीट छीन ली थी। साल 2014 में भी रामेश्वर उरांव को सुदर्शन भगत से हार का सामना करना पड़ा था.