रांची: जेएससीए ग्राउंड में 19 अक्टूबर से भारत और साउथ अफ्रीका के बीच तीसरा और अंतिम टेस्ट मैच खेला जाएगा. इस मैच को लेकर एक तरफ जहां खेल प्रेमियों में उत्साह है तो वहीं दोनों टीमें रांची पहुंच गईं हैं. सिवाय भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली और कुछ अन्य खिलाड़ियों को छोड़कर.
होटल के गेट पर फंसी बस
भारतीय टीम को होटल रेडिसन ब्लू में ठहराया गया है, जबकि साउथ अफ्रीका की टीम को होटल लिलेक में. मंगलवार को दो बड़ी बसों से खिलाड़ियों को उनके गंतव्य के लिए भेजा गया. लेकिन जब साउथ अफ्रीका की टीम को लेकर बस होटल लिलेक पहुंची तो होटल का मेन गेट छोटा पड़ गया. विदेशी मेहमानों की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाल रहे पुलिसवालों ने बस को मेन गेट के अंदर प्रवेश कराने की पूरी कोशिश की, लेकिन बस मेन गेट के भीतर नहीं जा सकी. लिहाजा थोड़ी देर बाद साउथ अफ्रीका की टीम के खिलाड़ियों को बस से उतरना पड़ा और सभी खिलाड़ी पैदल चलकर होटल के अपने अपने कमरे में चले गए.
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साउथ अफ्रीकन खिलाड़ी होटल लिलेक में ठहरे हैं
इससे पहले जब भी रांची में इंटरनेशनल स्तर के मैच का आयोजन हुआ है. तमाम खिलाड़ी होटल रेडिसन ब्लू में ठहरते थे. लेकिन इस बार होटल रेडिसन ब्लू में डॉक्टरों के एक सेमिनार के कारण काफी पहले से होटल के कमरे बुक थे. इसकी वजह से साउथ अफ्रीकन खिलाड़ियों को रांची के लिलेक होटल में ठहराया गया है. इससे जेएससीए प्रबंधन पर एक सवाल खड़ा किया जा रहा है.
जेएससीए प्रबंधन पर सवाल
हालांकि, जेएससीए ने अपने हाथ खड़े करते हुए कहा है कि इस तरह का डिसीजन बीसीसीआई की ओर से ही लिया जाता है. इसमें जेएससीए की कोई भूमिका नहीं रहती है. दरअसल जब मंगलवार को टीम रांची के लिलेक होटल में पहुंची थी तो उस दौरान होटल के अंदर तक खिलाड़ियों से भरी बस नहीं जा सकी थी और इसी के बाद से जेएससीए प्रबंधन पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं.
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'किसी भी खिलाड़ी को नहीं हुई परेशानी'
ईटीवी भारत से फोन पर बातचीत करते हुए जेएससीए के उपाध्यक्ष अजय नाथ शाहदेव ने कहा कि रेडिसन ब्लू में एक कार्यक्रम को लेकर अधिकतर कमरे बुक हैं. होटल लिलेक में ठहराना बीसीसीआई का डिसीजन है और उसी के तहत यह हुआ है. हालांकि खिलाड़ियों को किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं हुई है. किसी भी विदेशी खिलाड़ी ने इसके लिए किसी तरह की आपत्ति नहीं जताई है.