रांचीः विभिन्न स्कूलों के साथ-साथ कॉलेजों में भी परीक्षा, नामांकन का दौर जारी है. राज्य के विभिन्न स्कूलों में नामांकन के लिए आवेदन मांगे गए हैं. कॉलेजों में यूजी का नामांकन खत्म हो चुका है. वहीं पीजी में नामांकन का दौर जारी है. कॉलेजों में सीनियर बच्चों की उपस्थिति 60 फीसदी देखी जा रही है. जबकि स्कूलों में 40 प्रतिशत बच्चे फिलहाल पहुंच रहे हैं. हालांकि दीपावली और छठ पूजा की छुट्टियों के बाद शत-प्रतिशत उपस्थिति होने की बात कही जा रही है.
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जिले के स्कूलों में एक तरफ जहां नामांकन का दौर शुरू हो चुका है. विभिन्न स्कूलों में फॉर्म मिल रहे हैं. वहीं विश्वविद्यालय और कॉलेजों में यूजी में नामांकन का दौर खत्म हो चुका है. कुछ कॉलेजों में पीजी में नामांकन लिए जा रहे हैं. इसके लिए चांसलर पोर्टल भी खोले गए हैं. दूसरी ओर सीनियर बच्चों की उपस्थिति भी कॉलेज में देखी जा रही हैं .कॉलेजों में उपस्थिति की बात करें तो छुट्टियों की वजह से छुट्टियों से पहले कुछ दिनों तक बच्चे कम आ रहे थे. कयास लगाया जा रहा है कि छुट्टियों के बाद छठी से लेकर 12वीं तक के बच्चों की उपस्थिति स्कूलों में बेहतर देखी जाएगी. फिलहाल कक्षा एक से पांचवी तक के स्कूल नहीं खोले गए हैं. ऑनलाइन क्लासेस ही संचालित हो रहे हैं. नए सत्र से जूनियर बच्चों के लिए भी स्कूल खोले जाने की कवायद की जा रही है. आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से हरी झंडी मिलने के बाद ही इस पर निर्णय लिया जाएगा.
सभी निजी स्कूलों में नामांकन का दौर जारी.
राज्य के तमाम निजी स्कूलों में नामांकन का दौर जारी है. अधिकतर स्कूलों में आवेदन शुल्क 500 से 1500 रुपये तक रखा गया है. वहीं राज्य के विभिन्न कॉलेजों की अगर बात करें तो अधिकतर कॉलेजों में स्नातक के लिए नामांकन खत्म हो चुका है. स्नातकोत्तर (पीजी) के लिए नामांकन की प्रक्रिया एक बार फिर शुरू हुई है. यूजी की अधिकतर परीक्षाएं ले ली गई हैं. पीजी सेमेस्टर सिक्स की परीक्षाओं का दौर शुरू हुआ है. कुछ विश्वविद्यालयों में अंतिम सेमेस्टर के रिजल्ट के प्रकाशन की तैयारी की जा रही है. रांची विश्वविद्यालय के अलावे डीएसपीएमयू से संबद्ध सभी कॉलेजों में पीजी एग्जाम और रिजल्ट की तैयारी हो रही है.
छुट्टियों के बाद लौटेगी रौनक
विभिन्न कॉलेजों की मानें तो स्कूलों में धीरे-धीरे रौनक लौट रही है अब अभिभावक बच्चों को स्कूल भेज रहे हैं. ऑनलाइन क्लासेज व्यवस्था निजी स्कूलों के साथ-साथ कॉलेजों में भी रखी गई है. ताकि बच्चों का सेशन लेट ना हो और उन्हें कोई परेशानी ना हो. कॉलेज प्रबंधकों की मानें तो दीपावली छठ पूजा छुट्टी के बाद शत-प्रतिशत विद्यार्थी स्कूल और कॉलेज पहुंचेंगे. क्योंकि पिछले डेढ़ वर्षों से उनका पठन-पाठन पूरी तरह बाधित रहा है और विद्यार्थी भी अब पठन-पाठन को लेकर कोताही नहीं बरतना चाहते हैं. कोरोना महामारी को लेकर जारी गाइडलाइन का ध्यान रखते हुए कॉलेजों और स्कूलों में उपस्थिति आने वाले समय में बेहतर होगी.