रांची: देवघर के त्रिकूट पर्वत पर 10 अप्रैल को रोपवे हादसे में घायल आनंद कुमार के इलाज को लेकर पूरा सिस्टम हलकान रहा. डेढ़ साल के आनंद के इलाज में लापरवाही का आरोप लगा तो दूसरी ओर राजनीतिक खींचतान भी हुई. दरअसल आलोका नाम की एक महिला ने ट्वीट कर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को टैग करते हुए लिखा था कि त्रिकूट रोपवे हादसे में घायल बच्चे को मेडिका अस्पताल के कमरा नंबर 132 के बेड नंबर 70 पर भर्ती कराया गया है. लेकिन आयुष्मान कार्ड होने के बाद भी उसके पिता से 30 हजार की मांग की जा रही है. इस पर गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे ने देवघर के डीसी को टैग करते हुए लिखा कि मैंने उन्हें चिंता हीं करने की सलाह दी थी.
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सीएम के संज्ञान पर सिस्टम एक्टिव: यह बात जैसे ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन तक पहुंची, पूरा सिस्टम एक्टिव हो गया.सीएम ने रांची के डीसी को टैग करते हुए लिखा कि इस मामले पर तुरंत संज्ञान लें और उचित कार्रवाई करते हुए सूचित करें. इतना होने भर की देरी थी कि पूरी व्यवस्था पटरी पर आ गई. रांची के डीसी ने नन्हे आनंद के पिता गोविंद भोक्ता का वीडियो जारी कर दिया जिसमें वह इलाज की व्यवस्था पर संतोष जताते हुए मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट कर रहे हैं.
इसके अलावा देवघर के डीसी ने उस पत्र को सार्वजनिक किया जो उनके द्वारा आनंद के इलाज के लिए मेडिका अस्पताल प्रबंधन को लिखा गया था. पत्र में साफ लिखा हुआ है कि रोपवे हादसे में घायल बच्चे को देवघर के सदर अस्पताल से मेडिकल रेफर किया गया है. उस बच्चे का समुचित इलाज करना है. इलाज का पूरा खर्च जिला प्रशासन वहन करेगा. आपको बता दें कि बच्चे के इलाज को लेकर ईटीवी भारत की टीम ने 14 अप्रैल को पर्यटन विभाग के निदेशक राहुल सिन्हा से बात की थी. जवाब में उन्होंने कहा था कि बच्चे को मेडिकल में भर्ती करा दिया गया है.
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