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राज्यसभा चुनाव 2016 मामला, एडीजी ने डीजीपी के सामने रखा अपना पक्ष, खुद को बताया निर्दोष

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Published : Sep 29, 2020, 8:49 AM IST

राज्यसभा चुनाव 2016 में हुए हार्स ट्रेडिंग मामले में एडीजी अनुराग गुप्ता निलंबित कर दिए गए थे. इसी संबंध में उन पर विभागीय कार्रवाई चल रही है, जिसकी सुनवाई सोमवार को हुई. पुलिस मुख्यालय में प्रभारी डीजीपी सह विभागीय कार्रवाई के संचालन पर अधिकारी एमवी राव के सामने अनुराग गुप्ता ने अपना पक्ष रखा. डीजीपी के सामने एडीजी अनुराग गुप्ता बार-बार यही कहते रहे कि वह पूरे मामले में बिल्कुल निर्दोष हैं उन्हें एक साजिश के तहत इस मामले में फंसाया गया है.

2016 Rajya Sabha election case
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रांची: राज्यसभा चुनाव 2016 में हुए हॉर्स ट्रेडिंग मामले में आरोपी झारखंड पुलिस के एडीजी अनुराग गुप्ता ने सोमवार को डीजीपी एमवी राव के सामने अपना पक्ष रखा. इस दौरान अनुराग गुप्ता ने अपने आप को इस पूरे मामले में फंसाए जाने का आरोप लगाते हुए खुद को निर्दोष बताया है.

खुद का बताया निर्दोष

राज्यसभा चुनाव 2016 में हुए हार्स ट्रेडिंग मामले में एडीजी अनुराग गुप्ता निलंबित कर दिए गए थे. इसी संबंध में उन पर विभागीय कार्रवाई चल रही है, जिसकी सुनवाई सोमवार को हुई. पुलिस मुख्यालय में प्रभारी डीजीपी सह विभागीय कार्रवाई के संचालन पर अधिकारी एमवी राव के सामने अनुराग गुप्ता ने अपना पक्ष रखा. डीजीपी के सामने एडीजी अनुराग गुप्ता बार-बार यही कहते रहे कि वह पूरे मामले में बिल्कुल निर्दोष हैं उन्हें एक साजिश के तहत इस मामले में फंसाया गया है.

जारी हुआ था नोटिस

राज्यसभा चुनाव 2016 में गड़बड़ी के आरोप में जांच के घेरे में चल रहे एडीजी अनुराग गुप्ता को नोटिस जारी कर 31 अगस्त को अपना पक्ष रखने के लिए हाजिर होने का आदेश दिया गया था, लेकिन अनुराग गुप्ता 31 को उपस्थित नहीं हुए थे. चुनाव में हुए गड़बड़ी को लेकर एडीजी अनुराग गुप्ता के खिलाफ भारत निर्वाचन आयोग के आदेश पर विभागीय कार्रवाई चल रही है. विभागीय कार्रवाई के संचालन पदाधिकारी झारखंड के डीजीपी एमवी राव ही हैं. अनुराग गुप्ता को अपना पक्ष डीजीपी के सामने ही रखना है.

ये भी पढे़ं: पाकुड़ में जलजमाव से जनता त्रस्त, मंत्री जी अब तक बेखबर

बिना किसी विभाग के मुख्यालय में हैं अनुराग गुप्ता

राज्यसभा सभा चुनाव 2016 में हुई गड़बड़ी को लेकर तत्कालीन एडीजी अनुराग गुप्ता और मुख्यमंत्री के प्रेस सलाहकार अजय कुमार के ऊपर कई गंभीर आरोप लगे थे. जिसके बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एडीजी अनुराग गुप्ता को निलंबित कर दिया था. वर्तमान में अनुराग गुप्ता बिना किसी विभाग के पुलिस मुख्यालय में योगदान दे रहे हैं. 2016 में हुए राज्यसभा चुनाव के दौरान भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में वोट देने के लिए कांग्रेस की तत्कालीन विधायक निर्मला देवी को रुपयों का लालच दिया गया था. इसके साथ ही उनके पति योगेंद्र साव को भी धमकाया गया था. बता दें कि इससे संबंधित ऑडियो और वीडियो भी जारी हुआ था. इस पूरे मामले में एडीजी अनुराग गुप्ता की भूमिका संदिग्ध है. दो दिन पहले ही निर्मला देवी ने कोर्ट को मूल यंत्र जमा करवाया है, जिसका अब फॉरेंसिक जांच करवाया जाएगा.

रांची: राज्यसभा चुनाव 2016 में हुए हॉर्स ट्रेडिंग मामले में आरोपी झारखंड पुलिस के एडीजी अनुराग गुप्ता ने सोमवार को डीजीपी एमवी राव के सामने अपना पक्ष रखा. इस दौरान अनुराग गुप्ता ने अपने आप को इस पूरे मामले में फंसाए जाने का आरोप लगाते हुए खुद को निर्दोष बताया है.

खुद का बताया निर्दोष

राज्यसभा चुनाव 2016 में हुए हार्स ट्रेडिंग मामले में एडीजी अनुराग गुप्ता निलंबित कर दिए गए थे. इसी संबंध में उन पर विभागीय कार्रवाई चल रही है, जिसकी सुनवाई सोमवार को हुई. पुलिस मुख्यालय में प्रभारी डीजीपी सह विभागीय कार्रवाई के संचालन पर अधिकारी एमवी राव के सामने अनुराग गुप्ता ने अपना पक्ष रखा. डीजीपी के सामने एडीजी अनुराग गुप्ता बार-बार यही कहते रहे कि वह पूरे मामले में बिल्कुल निर्दोष हैं उन्हें एक साजिश के तहत इस मामले में फंसाया गया है.

जारी हुआ था नोटिस

राज्यसभा चुनाव 2016 में गड़बड़ी के आरोप में जांच के घेरे में चल रहे एडीजी अनुराग गुप्ता को नोटिस जारी कर 31 अगस्त को अपना पक्ष रखने के लिए हाजिर होने का आदेश दिया गया था, लेकिन अनुराग गुप्ता 31 को उपस्थित नहीं हुए थे. चुनाव में हुए गड़बड़ी को लेकर एडीजी अनुराग गुप्ता के खिलाफ भारत निर्वाचन आयोग के आदेश पर विभागीय कार्रवाई चल रही है. विभागीय कार्रवाई के संचालन पदाधिकारी झारखंड के डीजीपी एमवी राव ही हैं. अनुराग गुप्ता को अपना पक्ष डीजीपी के सामने ही रखना है.

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बिना किसी विभाग के मुख्यालय में हैं अनुराग गुप्ता

राज्यसभा सभा चुनाव 2016 में हुई गड़बड़ी को लेकर तत्कालीन एडीजी अनुराग गुप्ता और मुख्यमंत्री के प्रेस सलाहकार अजय कुमार के ऊपर कई गंभीर आरोप लगे थे. जिसके बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एडीजी अनुराग गुप्ता को निलंबित कर दिया था. वर्तमान में अनुराग गुप्ता बिना किसी विभाग के पुलिस मुख्यालय में योगदान दे रहे हैं. 2016 में हुए राज्यसभा चुनाव के दौरान भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में वोट देने के लिए कांग्रेस की तत्कालीन विधायक निर्मला देवी को रुपयों का लालच दिया गया था. इसके साथ ही उनके पति योगेंद्र साव को भी धमकाया गया था. बता दें कि इससे संबंधित ऑडियो और वीडियो भी जारी हुआ था. इस पूरे मामले में एडीजी अनुराग गुप्ता की भूमिका संदिग्ध है. दो दिन पहले ही निर्मला देवी ने कोर्ट को मूल यंत्र जमा करवाया है, जिसका अब फॉरेंसिक जांच करवाया जाएगा.

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