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झारखंड में तेजी से बढ़ रहे हैं कोरोना संक्रमण के मामले, स्वास्थ्य सचिव का सभी जिलों के डीसी को निर्देश, अस्पतालों में पूरी करें तैयारी - झारखंड न्यूज

झारखंड में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है. कोरोना की बढ़ते रफ्तार को देखते हुये स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव ने सभी डीसी को निर्देश दिया है और कहा है कि कोविड अस्पतालों में आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित करें.

Additional Chief Secretary
कोविड अस्पतालों में आवश्यक तैयारियां करें सुनिश्चित
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Published : Jul 21, 2022, 8:48 AM IST

रांचीः झारखंड में कोरोना संक्रमण की रफ्तार तेज है. राजधानी रांची में पॉजिटिविटी रेट पिछले सप्ताह (4 से 10 जुलाई के बीच) 10 से बढ़कर 14.50 प्रतिशत हो गई. वहीं, देवघर, कोडरमा और पूर्वी सिंहभूम की पॉजिटिविटी रेट 3 प्रतिशत को पार कर चुकी है. राज्य में जुलाई महीने के पहले दिन यानि 1 जुलाई को एक्टिव केस 330 था, जो 20 दिनों में लगभग तिगुना 1067 हो गया है. सिर्फ रांची में एक्टिव मरीजों की संख्या 393 है.

यह भी पढ़ेंः Jharkhand Corona Updates: कोरोना की जद में रांची, सोमवार को मिले 118 नये मरीज, एक्टिव केस हुआ 1036


पिछले 20 दिनों में 5 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो चुकी है. राज्य में तेजी से पांव पसारते कोरोना के मामले को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने सभी सरकारी कोविड अस्पतालों में उपलब्ध संसाधनों की समीक्षा करने और अगले 60 दिनों का आकलन कर आवश्यक तैयारी का निर्देश दिया है. उन्होंने सभी डीसी से कहा है कि दवाईयां, बेड और ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित करें.

राज्य के 24 जिले में से 20 जिलों में कोरोना के एक्टिव केस है. इसमें रांची, बोकारो, देवघर, धनबाद और पूर्वी सिंहभूम जिलों में तेजी से कोरोना संक्रमण बढ़ रहे है. अपर मुख्य सचिव ने डीसी को निर्देश दिया है कि अस्पतालों में उपलब्ध ऑक्सीजन सिलिंडर, वेंटिलेटर, पीएसए प्लांट की स्थिति का आकलन करें और मॉक ड्रिल भी करें, ताकि आपात स्थिति में अफरा-तफरा का माहौल नहीं बने. अपर मुख्य सचिव ने यह भी कहा है कि पीएसए प्लांट, वेंटिलेटर, आईसीयू, सीसीयू के लिए प्रशिक्षित पारा मेडिकल और डॉक्टर हर समय उपलब्ध रहें. यह सुनिश्चित करें.


अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने सभी डीसी को लिखे पत्र में कहा है कि राज्य में जून के बाद से संक्रमितों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है. इस बढ़ते आंकड़े को देखते हुये कोरोना की रोकथाम, बचाव और समुचित नियंत्रण के लिए पॉजिटिव मरीजों के संपर्कों की जांच, नियमित कोरोना टेस्ट की संख्या बढ़ाने, सघन निगरानी और टीकाकरण पर विशेष जोर दिया जाये. उन्होंने कहा है कि कोरोना के समुचित नियंत्रण और निगरानी के लिये टेस्ट, ट्रैक, ट्रीट, वैक्सीनेशन का अनुपालन सुनिश्चित करें.


अपर मुख्य सचिव ने कहा है कि जिले के ऐसे क्षेत्र जहां 10 दिनों में कोरोना के मामले सामने आए हैं. वैसे क्षेत्र को चिह्नित कर प्राथमिकता के आधार पर लक्ष्य तय करते हुए आरटीपीसीआर और रैपिड एंटीजेन किट के माध्यम से जांच की जाए. कोरोना मरीज मध्यम या गंभीर लक्षण वाले हैं. उन्हें जरूरत के अनुसार कोविड हॉस्पिटल में भर्ती कराकर उपचार सुनिश्चित की जाए.

रांचीः झारखंड में कोरोना संक्रमण की रफ्तार तेज है. राजधानी रांची में पॉजिटिविटी रेट पिछले सप्ताह (4 से 10 जुलाई के बीच) 10 से बढ़कर 14.50 प्रतिशत हो गई. वहीं, देवघर, कोडरमा और पूर्वी सिंहभूम की पॉजिटिविटी रेट 3 प्रतिशत को पार कर चुकी है. राज्य में जुलाई महीने के पहले दिन यानि 1 जुलाई को एक्टिव केस 330 था, जो 20 दिनों में लगभग तिगुना 1067 हो गया है. सिर्फ रांची में एक्टिव मरीजों की संख्या 393 है.

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पिछले 20 दिनों में 5 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो चुकी है. राज्य में तेजी से पांव पसारते कोरोना के मामले को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने सभी सरकारी कोविड अस्पतालों में उपलब्ध संसाधनों की समीक्षा करने और अगले 60 दिनों का आकलन कर आवश्यक तैयारी का निर्देश दिया है. उन्होंने सभी डीसी से कहा है कि दवाईयां, बेड और ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित करें.

राज्य के 24 जिले में से 20 जिलों में कोरोना के एक्टिव केस है. इसमें रांची, बोकारो, देवघर, धनबाद और पूर्वी सिंहभूम जिलों में तेजी से कोरोना संक्रमण बढ़ रहे है. अपर मुख्य सचिव ने डीसी को निर्देश दिया है कि अस्पतालों में उपलब्ध ऑक्सीजन सिलिंडर, वेंटिलेटर, पीएसए प्लांट की स्थिति का आकलन करें और मॉक ड्रिल भी करें, ताकि आपात स्थिति में अफरा-तफरा का माहौल नहीं बने. अपर मुख्य सचिव ने यह भी कहा है कि पीएसए प्लांट, वेंटिलेटर, आईसीयू, सीसीयू के लिए प्रशिक्षित पारा मेडिकल और डॉक्टर हर समय उपलब्ध रहें. यह सुनिश्चित करें.


अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने सभी डीसी को लिखे पत्र में कहा है कि राज्य में जून के बाद से संक्रमितों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है. इस बढ़ते आंकड़े को देखते हुये कोरोना की रोकथाम, बचाव और समुचित नियंत्रण के लिए पॉजिटिव मरीजों के संपर्कों की जांच, नियमित कोरोना टेस्ट की संख्या बढ़ाने, सघन निगरानी और टीकाकरण पर विशेष जोर दिया जाये. उन्होंने कहा है कि कोरोना के समुचित नियंत्रण और निगरानी के लिये टेस्ट, ट्रैक, ट्रीट, वैक्सीनेशन का अनुपालन सुनिश्चित करें.


अपर मुख्य सचिव ने कहा है कि जिले के ऐसे क्षेत्र जहां 10 दिनों में कोरोना के मामले सामने आए हैं. वैसे क्षेत्र को चिह्नित कर प्राथमिकता के आधार पर लक्ष्य तय करते हुए आरटीपीसीआर और रैपिड एंटीजेन किट के माध्यम से जांच की जाए. कोरोना मरीज मध्यम या गंभीर लक्षण वाले हैं. उन्हें जरूरत के अनुसार कोविड हॉस्पिटल में भर्ती कराकर उपचार सुनिश्चित की जाए.

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