रांची: पोक्सो के विशेष अदालत ने नाबालिग लड़की से दुष्कर्म करने के आरोपी आफताब अंसारी को दोषी ठहराया है. लेकिन उसे जेल भेजने में कोरोना महामारी रोड़ा बन गया. क्योंकि हाजत के पुलिसकर्मी दोषी के कोविड-19 का जांच का जिम्मा अपने ऊपर लेने को तैयार नहीं थे. कोर्ट के दोषी ठहराए जाने के घंटों बीत जाने के बाद आरोपी को कोविड-19 जांच के लिए रिम्स भेजा गया.
जांच के लिए भेजा रिम्स
बता दें कि नाबालिग से दुष्कर्म करने के आरोपी आफताब अंसारी जमानत पर था. शुक्रवार को इस मामले में सुनवाई की तिथि निर्धारित की गई थी. जो बहस के बिंदु पर था. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुई सुनवाई में आरोपी को पेश किया गया. जहां पोक्सो के विशेष अदालत ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद आरोपी को दोषी ठहराया.
ये भी पढ़ें- उच्च शिक्षा विभाग और विवि के VC के साथ हुई ऑनलाइन चर्चा, कई मुद्दों पर विचार विमर्श
साल 2015 का है मामला
दरअसल, मामला साल 2015 का है. जब नाबालिग लड़की अपने घर पर अकेली थी. उस समय पास ही में किराए के मकान पर रहने वाला आरोपी आफताब अंसारी ने दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया था. इस मामले में अभियोजन पक्ष की ओर से 7 गवाहों की गवाही कराई गई. वहीं, बचाव पक्ष की तरफ से दो गवाहों की गवाही कराई गई. दोनों पक्ष के गवाहों को सुनने के बाद अदालत ने आरोपी को दोषी ठहराया.