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BJP ने जेएमएम-कांग्रेस पर खनिज संपदा की तस्करी का लगाया आरोप, कांग्रेस ने याद दिलाया शाह ब्रदर्स का मामला

झारखंड में सत्ताधारी दल और विपक्षी दलों के बीच खजाने को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. राज्य सरकार ने खजाना खाली होने के साथ केंद्र सरकार की तरफ से कोरोना में मदद न करने और जीएसटी का बकाया पैसा नहीं देने का आरोप लगाया है. वहीं, बीजेपी ने बीजेपी ने जेएमएम और कांग्रेस पर खनिज संपदा की तस्करी का आरोप लगाया है.

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कांग्रेस-बीजेपी ने लगाया आरोप-प्रत्यारोप
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Published : Oct 20, 2020, 3:17 PM IST

रांची: झारखंड में गठबंधन की सरकार के गठन के साथ ही खजाना खाली होने की बात सत्ताधारी दल की तरफ से की जाती रही है. साथ ही सरकार गठन के ठीक बाद कोरोना काल शुरू हो गया. ऐसे में सत्ताधारी दल का कहना है कि ना तो अब तक केंद्र सरकार की तरफ से जीएसटी के पैसे दिए गए हैं और ना ही कोरोना से निपटने के लिए सहायता की गई है. खाली खजाने को लेकर सत्ताधारी और विपक्षी दल आमने-सामने आ गई है. विपक्ष की भारतीय जनता पार्टी ने सत्ताधारी दल झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस पर खनिज संपदा की तस्करी और तस्करों को संरक्षण देने का आरोप लगया है. तो सत्ताधारी दल कांग्रेस ने रघुवर दास के कार्यकाल के शाह ब्रदर्स के बकाए राशि के सेटलमेंट को याद दिलाया है.

देखें पूरी खबर
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सह सांसद दीपक प्रकाश ने कहा है कि खजाना खाली होने की झूठी बात सत्ताधारी दल के लोग कर रहे हैं. उन्होंने कहा है कि अगर राज्य में खनिज संपदा की तस्करी करने वाले और तस्करों को संरक्षण देने वाले जेएमएम और कांग्रेस के नेता केवल खनिज संपदा की तस्करी को रोक दें तो राजस्व बढ़ोतरी होगी और राज्य को चलाने में सुविधा होगी. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री झूठे बयान दे रहे हैं, उन्होंने डीवीसी के बकाया राशि की कटौती पर कहा कि डीवीसी का भी जिंदा रहना जरूरी है. उन्होंने कहा कि जीएसटी का मार्च तक का पैसा झारखंड सरकार को दे दिया गया है. इसके बाद के लिए 21 राज्य और 2 केंद्र शासित प्रदेशों ने तय किया है कि भारत सरकार ने कर्ज के लिए जो प्रावधान किए है. उसके आधार पर पैसा प्राप्त करेंगे लेकिन झारखंड सरकार के पास संवाद करने का कोई तरीका नहीं है. सिर्फ कांग्रेस के ऑफिस में तैयार स्क्रिप्ट को मुख्यमंत्री पढ़ रहे हैं.

ये भी पढ़ें- झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स ने सीएम को लिखा पत्र, समारोह स्थल के क्षेत्रफल के आधार पर अतिथि संख्या तय करने की मांग


ऐसे में कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता लाल किशोरनाथ शाहदेव ने दीपक प्रकाश के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि उन्हें बताना चाहिए कि शाह ब्रदर्स जिनका 1535 करोड़ माइनिंग का बकाया था. उसे 268 करोड़ में किस सरकार ने सेटल किया, जिससे राज्य सरकार को रघुवर दास के कार्यकाल में भारी क्षति उठानी पड़ी. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने पहले 2 महीने का लॉकडाउन किया और उसके बाद अनलॉक की प्रक्रिया शुरू की. लेकिन केंद्र सरकार की ओर से राज्य सरकार को कोई मदद नहीं मिली फिर भी महामारी के दौर में सरकार ने इस चुनौती का सामना किया.


उन्होंने दावा किया कि बजट के 50% की राशि दिसंबर महीने तक खर्च कर लिया जाएगा. जबकि आगामी मार्च महीने में विकास के लिए बजट में किए गए प्रावधान की राशि को भी खर्च कर लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने खाली खजाना छोड़ा था लेकिन गठबंधन सरकार अब खड़ी हो रही है. लेकिन केंद्र की सरकार गठबंधन सरकार को अस्थिर करना चाहती है और यहां की संघीय ढांचे पर प्रहार करना चाहती है. जो वास्तविकता से दूर है, भाजपा सिर्फ झूठ का सहारा लेकर भ्रम फैलाने का काम कर रहे हैं.

रांची: झारखंड में गठबंधन की सरकार के गठन के साथ ही खजाना खाली होने की बात सत्ताधारी दल की तरफ से की जाती रही है. साथ ही सरकार गठन के ठीक बाद कोरोना काल शुरू हो गया. ऐसे में सत्ताधारी दल का कहना है कि ना तो अब तक केंद्र सरकार की तरफ से जीएसटी के पैसे दिए गए हैं और ना ही कोरोना से निपटने के लिए सहायता की गई है. खाली खजाने को लेकर सत्ताधारी और विपक्षी दल आमने-सामने आ गई है. विपक्ष की भारतीय जनता पार्टी ने सत्ताधारी दल झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस पर खनिज संपदा की तस्करी और तस्करों को संरक्षण देने का आरोप लगया है. तो सत्ताधारी दल कांग्रेस ने रघुवर दास के कार्यकाल के शाह ब्रदर्स के बकाए राशि के सेटलमेंट को याद दिलाया है.

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भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सह सांसद दीपक प्रकाश ने कहा है कि खजाना खाली होने की झूठी बात सत्ताधारी दल के लोग कर रहे हैं. उन्होंने कहा है कि अगर राज्य में खनिज संपदा की तस्करी करने वाले और तस्करों को संरक्षण देने वाले जेएमएम और कांग्रेस के नेता केवल खनिज संपदा की तस्करी को रोक दें तो राजस्व बढ़ोतरी होगी और राज्य को चलाने में सुविधा होगी. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री झूठे बयान दे रहे हैं, उन्होंने डीवीसी के बकाया राशि की कटौती पर कहा कि डीवीसी का भी जिंदा रहना जरूरी है. उन्होंने कहा कि जीएसटी का मार्च तक का पैसा झारखंड सरकार को दे दिया गया है. इसके बाद के लिए 21 राज्य और 2 केंद्र शासित प्रदेशों ने तय किया है कि भारत सरकार ने कर्ज के लिए जो प्रावधान किए है. उसके आधार पर पैसा प्राप्त करेंगे लेकिन झारखंड सरकार के पास संवाद करने का कोई तरीका नहीं है. सिर्फ कांग्रेस के ऑफिस में तैयार स्क्रिप्ट को मुख्यमंत्री पढ़ रहे हैं.

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ऐसे में कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता लाल किशोरनाथ शाहदेव ने दीपक प्रकाश के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि उन्हें बताना चाहिए कि शाह ब्रदर्स जिनका 1535 करोड़ माइनिंग का बकाया था. उसे 268 करोड़ में किस सरकार ने सेटल किया, जिससे राज्य सरकार को रघुवर दास के कार्यकाल में भारी क्षति उठानी पड़ी. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने पहले 2 महीने का लॉकडाउन किया और उसके बाद अनलॉक की प्रक्रिया शुरू की. लेकिन केंद्र सरकार की ओर से राज्य सरकार को कोई मदद नहीं मिली फिर भी महामारी के दौर में सरकार ने इस चुनौती का सामना किया.


उन्होंने दावा किया कि बजट के 50% की राशि दिसंबर महीने तक खर्च कर लिया जाएगा. जबकि आगामी मार्च महीने में विकास के लिए बजट में किए गए प्रावधान की राशि को भी खर्च कर लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने खाली खजाना छोड़ा था लेकिन गठबंधन सरकार अब खड़ी हो रही है. लेकिन केंद्र की सरकार गठबंधन सरकार को अस्थिर करना चाहती है और यहां की संघीय ढांचे पर प्रहार करना चाहती है. जो वास्तविकता से दूर है, भाजपा सिर्फ झूठ का सहारा लेकर भ्रम फैलाने का काम कर रहे हैं.

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