जमशेदपुरः एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने पूर्व खनन पदाधिकारी निरंजन प्रसाद के जमशेदपुर आवास पर छापेमारी की. जहां कई अनसुलझे राज का पर्दाफाश हुआ. दरअसल निरंजन प्रसाद को भ्रष्टाचार के आरोप में निलंबित किया गया था और वे रांची जेल में बंद हैं.
जानकारी के अनुसार, पूर्व खनन पदाधिकारी निरंजन प्रसाद के जमशेदपुर स्थित टूईलाडूंगरी आवास पर छापेमारी की गई. इस दौरान पुलिस को कई अहम दस्तावेज मिले. 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान निलंबित खनन पदाधिकारी निरंजन प्रसाद की निजी कार से पचास लाख रुपए नामकुम थाना क्षेत्र से मिले थे.
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चुनाव आयोग और आयकर अधिकारियों की टीम ने निरंजन प्रसास को गिरफ्तार किया था. एसीबी और रांची पुलिस की टीम इस मामले की जांच कर रही है. बताया जा रहा है कि निरंजन प्रसाद जमशेदपुर में 6 वर्षों तक खनन निरीक्षक का काम कर चुके हैं. इस बीच भी कई बेनामी संपत्ति का पता चल सका है, हालांकि छापेमारी के संबंध में पुलिस की टीम ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया है.