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AK 56 का मैगजीन गिर गया, वरना भून दिया जाता पूरा परिवार, टीपीसी सुप्रीमो भीखन गंझू की थी साजिश

रांची पुलिस ने गोलीबारी-रंगदारी के कई मामलों का खुलासा किया है. जिसमें पुलिस ने टीपीसी के 8 सदस्यों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से AK-56 समेत कई हथियार बरामद किया है.

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Published : Oct 10, 2021, 3:45 PM IST

Updated : Oct 10, 2021, 11:00 PM IST

9 criminals arrested with AK-56 in Ranchi
9 criminals arrested with AK-56 in Ranchi

रांचीः पुलिस ने बड़ी कामयाबी हासिल की है. जिसमें टीपीसी सुप्रीमो भीखन गंजू के इशारे पर शहरी इलाकों में किसी भी तरह की घटना को अंजाम देने के लिए तैयार रहने वाले आठ कुख्यात अपराधियों को धर दबोचा है. गिरफ्तार अपराधियों के पास से पुलिस ने एक AK-56, तीन उम्दा किस्म के पिस्टल और एक दर्जन से अधिक कारतूस बरामद किए हैं. भीखन गंझू के इशारे पर ही कोयला और ट्रांसपोर्ट कारोबारी बबलू सागर मुंडा पर पिछले महीने रांची के कांके इलाके इन्हीं अपराधियों ने हमला किया था.

इसे भी पढ़ें- रांची में चतरा के चर्चित ट्रांसपोर्टर पर गोलीबारी, बॉडीगार्ड को लगी गोली

रांची पुलिस ने चर्चित ट्रांसपोर्टर बबलू सागर मुंडा पर गोलीबारी करने वाले, प्रेम सागर मुंडा हत्याकांड, अरगोड़ा में कारोबारी से रंगदारी मांगने वाले अपराधियों की गिरफ्तारी कर ली है. गिरफ्तार अपराधियों के पास से पुलिस ने एके-56 सहित कई हथियार बरामद किए हैं.

देखें पूरी खबर

बड़े कांड का खुलासा

उग्रवादी संगठन टीपीसी से जुड़े आठ अपराधियों की गिरफ्तारी के साथ रांची पुलिस ने कोयला कारोबारी और भाजपा नेता प्रेम सागर मुंडा हत्याकांड और बबलू मुंडा पर हुई फायरिंग का खुलासा कर लिया है. प्रेस सागर मुंडा की हत्या टीपीसी प्रमुख भीखन गंझू के इशारे पर हुई थी. प्रेम सागर के छोटे भाई बबलू पर हमले में भी टीपीसी प्रमुख का ही हाथ था. बबलू मुंडा की हत्या के लिए चार शूटर भेजे गए थे.

29 सितंबर 2021 को कांके ब्लॉक चौक स्थित शिव मंदिर में पूजा अर्चना के बाद बबलू मुंडा कार से अपने परिवार के साथ घर लौट रहे थे. इसी वक्त अपराधियों ने हमला किया लेकिन जिस एके-56 से फायरिंग करनी थी, ऐन वक्त पर उसका मैगजीन फंस गया. इसके बाद अपराधियों ने पिस्टल से गोली चलाना शुरु कर दिया. हालांकि तब तक फॉर्चुनर आगे बढ़ गई थी. इस गोलीबारी में बबलू मुंडा का निजी बॉडीगार्ड अजय सोनार घायल हो गया था.

कौन-कौन हुआ गिरफ्तार

इस मामले में पुलिस ने मूलरूप से लातेहार और वर्तमान में रांची के गढ़ाटोली निवासी मो इरफान अंसारी, अरसंडे का अफरोज अंसारी, बालूमाथ का एजाज अंसारी, चंदवा का अरसद अली, तेलियाटांड़ का अबदुल्ला आलम, कांके बोड़ेया निवासी ईकरामुल अंसारी, चान्हो खिजुरटोली निवासी जसीम अंसारी, बोड़ेया निवासी मैनुल अंसारी को गिरफ्तार कर लिया है इनका संबंध टीपीसी उग्रवादी संगठन से रहा है. उग्रवादियों की निशानदेही पर एक एके 56, 7.4 एमएम बोर का तीन पिस्टल, 10 चक्र गोली, सूमो गोल्ड कार, सेंट्रो कार, महिंद्रा स्कॉर्पियो, दो बाइक, 1.62 लाख रुपये, 10 मोबाइल बरामद हुआ है. इस खुलासे की जानकारी रविवार को एसएसपी सुरेंद्र झा ने रांची में आयोजित प्रेस वार्ता में दी.

इसे भी पढ़ें- राजधानी में दो वाहनों में टक्कर के विवाद में फायरिंग, पूर्व पुलिसकर्मी के बेटे को लगी गोली

बबलू मुंडा पर हमले के बाद नए सिरे से पुलिस ने शुरु की छानबीन

3 फरवरी 2020 को मोरहाबादी के पार्क प्राइम होटल के समीप कोयला कारोबारी प्रेम सागर मुंडा की हत्या कर दी गई थी. इसके बाद से पुलिस लगातार छानबीन कर रही थी लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं आ रहा था. बबलू मुंडा पर हमले के बाद एसएसपी के निर्देश पर एसआइटी का गठन किया गया. एसआइटी ने जब छानबीन की तो मामला परत-दर-परत खुलता गया.

शादी के नाम पर गैरेज से किराए पर लिया था सूमो, कार से ही उग्रवादियों तक पहुंची पुलिस

एसएसपी ने बताया कि बबलू मुंडा पर हत्या के लिए शूटरों ने करमटोली के एक गैरेज से किराये पर सूमो कार लिया था. गैरेज में काम करने वाला मैकेनिक लालू उर्फ इकरामुल अंसारी ने शादी के नाम पर गैरेज संचालक गुड्डू से सूमो लिया था. जब घटना की जांच की गई तो पता चला कि अपराधी क्रिम कलर के सूमो से आए थे. सूमो की खोज करते हुए पुलिस गुड्डू तक पहुंची तो उसने कार किराये पर देने की बात स्वीकार कर ली. इसके बाद ही धीरे-धीरे एक के बाद एक आठों अपराधी पकड़े गए.

अफरोज और इरफान के कहने पर झूठ बोलकर लिया कार

गुड्डू के बाद पुलिस ने बोड़ेया चौक से लालू उर्फ इकरामुल अंसारी को उठाया. कड़ाई से पूछताछ की तो उसने बताया कि अफरोज और इरफान के कहने पर झूठ बोलकर कार किराये पर लिया था. इकरामुल ने घटना में शामिल अन्य आरोपितों के भी नाम बताए हैं. इकरामुल और अफरोज की निशानदेही पर ही पुलिस ने कांटाटोली से लातेहार के व्यवसायी मो. इरफान अंसारी को गिरफ्तार किया. इसी तरह अन्य आरोपित भी पकड़ा गया.

इसे भी पढ़ें- रांची में टीएसपीसी नक्सलियों ने की फायरिंग, दहशत में लोग

खुद को कारोबारी बताने वाला इरफान के स्कॉर्पियो से बरामद हुआ एके-56

पुलिस ने जब कांटाटोली से मो. इरफान को गिरफ्तार किया तो वो खुद को कारोबारी बता रहा था. हालांकि बाद में उसने बबलू पर हमले में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली. उसकी निशानदेही पर पुलिस ने उसी के स्कॉर्पियो से एके-56 बरामद किया. एके-56 को स्कॉर्पियो के पिछले दरवाजे के फ्रेम पैनल के अंदर खाली जगह पर छुपाकर रखा गया था. पूछताछ में उसने बताया कि यह हथियार उसे टीपीसी प्रमुख के द्वारा उपलब्ध कराया गया था. साथ ही यह भी बताया कि घटना को अंजाम देने के लिए टीपीसी प्रमुख ने तीन पिस्टल, दो फुल मैगजीन जिसमें 30 चक्र गोली, तीन पिस्टल और पर्याप्त संख्या में गोली भी उपलब्ध कराया था.

बबलू पर हमले से पूर्व मिले थे 10 लाख रुपये, चतरा से बुलाए गए थे शूटर्स

पुलिसिया पूछताछ में मो. इरफान ने बताया कि बबलू मुंडा पर हमले से पूर्व नीरज भोक्ता नामक व्यक्ति के माध्यम से पांच लाख रुपये मुझे और पांच लाख रुपये अफरोज को दिया गया था. वहीं इरफान के कहने पर राजू उर्फ एजाज द्वारा चंदवा लातेहार से चार शूटर मंगवाए गए थे. शूटर्स को लाने और ले जाने के लिए इरफान के ब्लैक कलर की स्कॉर्पियों का इस्तेमाल हुआ था.

रांचीः पुलिस ने बड़ी कामयाबी हासिल की है. जिसमें टीपीसी सुप्रीमो भीखन गंजू के इशारे पर शहरी इलाकों में किसी भी तरह की घटना को अंजाम देने के लिए तैयार रहने वाले आठ कुख्यात अपराधियों को धर दबोचा है. गिरफ्तार अपराधियों के पास से पुलिस ने एक AK-56, तीन उम्दा किस्म के पिस्टल और एक दर्जन से अधिक कारतूस बरामद किए हैं. भीखन गंझू के इशारे पर ही कोयला और ट्रांसपोर्ट कारोबारी बबलू सागर मुंडा पर पिछले महीने रांची के कांके इलाके इन्हीं अपराधियों ने हमला किया था.

इसे भी पढ़ें- रांची में चतरा के चर्चित ट्रांसपोर्टर पर गोलीबारी, बॉडीगार्ड को लगी गोली

रांची पुलिस ने चर्चित ट्रांसपोर्टर बबलू सागर मुंडा पर गोलीबारी करने वाले, प्रेम सागर मुंडा हत्याकांड, अरगोड़ा में कारोबारी से रंगदारी मांगने वाले अपराधियों की गिरफ्तारी कर ली है. गिरफ्तार अपराधियों के पास से पुलिस ने एके-56 सहित कई हथियार बरामद किए हैं.

देखें पूरी खबर

बड़े कांड का खुलासा

उग्रवादी संगठन टीपीसी से जुड़े आठ अपराधियों की गिरफ्तारी के साथ रांची पुलिस ने कोयला कारोबारी और भाजपा नेता प्रेम सागर मुंडा हत्याकांड और बबलू मुंडा पर हुई फायरिंग का खुलासा कर लिया है. प्रेस सागर मुंडा की हत्या टीपीसी प्रमुख भीखन गंझू के इशारे पर हुई थी. प्रेम सागर के छोटे भाई बबलू पर हमले में भी टीपीसी प्रमुख का ही हाथ था. बबलू मुंडा की हत्या के लिए चार शूटर भेजे गए थे.

29 सितंबर 2021 को कांके ब्लॉक चौक स्थित शिव मंदिर में पूजा अर्चना के बाद बबलू मुंडा कार से अपने परिवार के साथ घर लौट रहे थे. इसी वक्त अपराधियों ने हमला किया लेकिन जिस एके-56 से फायरिंग करनी थी, ऐन वक्त पर उसका मैगजीन फंस गया. इसके बाद अपराधियों ने पिस्टल से गोली चलाना शुरु कर दिया. हालांकि तब तक फॉर्चुनर आगे बढ़ गई थी. इस गोलीबारी में बबलू मुंडा का निजी बॉडीगार्ड अजय सोनार घायल हो गया था.

कौन-कौन हुआ गिरफ्तार

इस मामले में पुलिस ने मूलरूप से लातेहार और वर्तमान में रांची के गढ़ाटोली निवासी मो इरफान अंसारी, अरसंडे का अफरोज अंसारी, बालूमाथ का एजाज अंसारी, चंदवा का अरसद अली, तेलियाटांड़ का अबदुल्ला आलम, कांके बोड़ेया निवासी ईकरामुल अंसारी, चान्हो खिजुरटोली निवासी जसीम अंसारी, बोड़ेया निवासी मैनुल अंसारी को गिरफ्तार कर लिया है इनका संबंध टीपीसी उग्रवादी संगठन से रहा है. उग्रवादियों की निशानदेही पर एक एके 56, 7.4 एमएम बोर का तीन पिस्टल, 10 चक्र गोली, सूमो गोल्ड कार, सेंट्रो कार, महिंद्रा स्कॉर्पियो, दो बाइक, 1.62 लाख रुपये, 10 मोबाइल बरामद हुआ है. इस खुलासे की जानकारी रविवार को एसएसपी सुरेंद्र झा ने रांची में आयोजित प्रेस वार्ता में दी.

इसे भी पढ़ें- राजधानी में दो वाहनों में टक्कर के विवाद में फायरिंग, पूर्व पुलिसकर्मी के बेटे को लगी गोली

बबलू मुंडा पर हमले के बाद नए सिरे से पुलिस ने शुरु की छानबीन

3 फरवरी 2020 को मोरहाबादी के पार्क प्राइम होटल के समीप कोयला कारोबारी प्रेम सागर मुंडा की हत्या कर दी गई थी. इसके बाद से पुलिस लगातार छानबीन कर रही थी लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं आ रहा था. बबलू मुंडा पर हमले के बाद एसएसपी के निर्देश पर एसआइटी का गठन किया गया. एसआइटी ने जब छानबीन की तो मामला परत-दर-परत खुलता गया.

शादी के नाम पर गैरेज से किराए पर लिया था सूमो, कार से ही उग्रवादियों तक पहुंची पुलिस

एसएसपी ने बताया कि बबलू मुंडा पर हत्या के लिए शूटरों ने करमटोली के एक गैरेज से किराये पर सूमो कार लिया था. गैरेज में काम करने वाला मैकेनिक लालू उर्फ इकरामुल अंसारी ने शादी के नाम पर गैरेज संचालक गुड्डू से सूमो लिया था. जब घटना की जांच की गई तो पता चला कि अपराधी क्रिम कलर के सूमो से आए थे. सूमो की खोज करते हुए पुलिस गुड्डू तक पहुंची तो उसने कार किराये पर देने की बात स्वीकार कर ली. इसके बाद ही धीरे-धीरे एक के बाद एक आठों अपराधी पकड़े गए.

अफरोज और इरफान के कहने पर झूठ बोलकर लिया कार

गुड्डू के बाद पुलिस ने बोड़ेया चौक से लालू उर्फ इकरामुल अंसारी को उठाया. कड़ाई से पूछताछ की तो उसने बताया कि अफरोज और इरफान के कहने पर झूठ बोलकर कार किराये पर लिया था. इकरामुल ने घटना में शामिल अन्य आरोपितों के भी नाम बताए हैं. इकरामुल और अफरोज की निशानदेही पर ही पुलिस ने कांटाटोली से लातेहार के व्यवसायी मो. इरफान अंसारी को गिरफ्तार किया. इसी तरह अन्य आरोपित भी पकड़ा गया.

इसे भी पढ़ें- रांची में टीएसपीसी नक्सलियों ने की फायरिंग, दहशत में लोग

खुद को कारोबारी बताने वाला इरफान के स्कॉर्पियो से बरामद हुआ एके-56

पुलिस ने जब कांटाटोली से मो. इरफान को गिरफ्तार किया तो वो खुद को कारोबारी बता रहा था. हालांकि बाद में उसने बबलू पर हमले में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली. उसकी निशानदेही पर पुलिस ने उसी के स्कॉर्पियो से एके-56 बरामद किया. एके-56 को स्कॉर्पियो के पिछले दरवाजे के फ्रेम पैनल के अंदर खाली जगह पर छुपाकर रखा गया था. पूछताछ में उसने बताया कि यह हथियार उसे टीपीसी प्रमुख के द्वारा उपलब्ध कराया गया था. साथ ही यह भी बताया कि घटना को अंजाम देने के लिए टीपीसी प्रमुख ने तीन पिस्टल, दो फुल मैगजीन जिसमें 30 चक्र गोली, तीन पिस्टल और पर्याप्त संख्या में गोली भी उपलब्ध कराया था.

बबलू पर हमले से पूर्व मिले थे 10 लाख रुपये, चतरा से बुलाए गए थे शूटर्स

पुलिसिया पूछताछ में मो. इरफान ने बताया कि बबलू मुंडा पर हमले से पूर्व नीरज भोक्ता नामक व्यक्ति के माध्यम से पांच लाख रुपये मुझे और पांच लाख रुपये अफरोज को दिया गया था. वहीं इरफान के कहने पर राजू उर्फ एजाज द्वारा चंदवा लातेहार से चार शूटर मंगवाए गए थे. शूटर्स को लाने और ले जाने के लिए इरफान के ब्लैक कलर की स्कॉर्पियों का इस्तेमाल हुआ था.

Last Updated : Oct 10, 2021, 11:00 PM IST
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