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रांचीः 7 लाख की सुपारी देकर वकील की करवाई गई थी हत्या, सुपारी देने वाले समेत 7 गिरफ्तार - वकील हत्या का मामला

राजधानी में सरेआम अपराधियों ने वकील की हत्या कर दी थी. मामले में पुलिस ने गुत्थी सुलझा ली है. दरअसल जमीन विवाद मामले में वकील की हत्या के लिए 7 लाख की सुपारी देकर हत्या करवाई गई थी. पुलिस ने सुपारी देनेवाले समेत 7 लोगों को गिरफ्तार कर ली है.

7 people arrested in case of lawyer's murder
वकील की हत्या मामला
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Published : Dec 15, 2019, 2:48 PM IST

रांची: सिविल कोर्ट के अधिवक्ता राम प्रवेश सिंह की हत्याकांड की गुत्थी रांची पुलिस ने सुलझा ली है. इस हत्याकांड को 81 डिसमिल जमीन के विवाद में अंजाम दिलवाया गया था. अधिवक्ता की हत्या के लिए एक जमीन ब्रोकर ने अपराधियों को 7 लाख रुपए की सुपारी दी थी. रविवार देर शाम पुलिस ने इस मामले में पूरी जानकारी देगी.

जानकारी के अनुसार, कांके थाना क्षेत्र में स्थित 81 डिसमिल जमीन को लेकर कांके के ही रहने वाले एक जमीन कारोबारी से अधिवक्ता राम प्रवेश सिंह का विवाद चल रहा था. इस बीच जमीन कारोबारी ने उस जमीन को बेचने के लिए एक दूसरे ब्रोकर जिसका नाम राम पाहन बताया जा रहा है उसे सौंप दिया. रामपाहन और अधिवक्ता इस जमीन को लेकर आमने-सामने थे. विवाद जब नहीं थमा तब राम पाहन अधिवक्ता को रास्ते से हटाने का इरादा कर लिया. इसके लिए उसने एक और जमीन कारोबारी शिवम चौधरी और सतीश मुंडा से बात की जिसके बाद दोनो ने एक पूर्व अपराधी शंकर भुइयां और रोहित से मुलाकात कर अधिवक्ता को राश्ते से हटाने का जिम्मा दिया. दोनों अपरधियों ने राजा और मिथुन नाम के अपराधी को अधिवक्ता को मारने की सुपारी दी.

ये भी पढ़ें- JMM और BJP के बीच कार्यकर्ताओं के बीच झड़प, जामा विधायक ने बीजेपी पर मनमानी का लगाया आरोप

5 दिनों तक रेकी कर किया हत्या
9 सितंबर को मिथुन ने रामप्रवेश सिंह के घर के सामने ही गोली मारकर हत्या कर दी. उसके बाद मिथुन अपने साथ ही राजा के साथ बाइक पर सवार होकर फरार हो गया. मिथुन अभी तक इस मामले में फरार है, जबकि राजा को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. गोली मारते हुए मिथुन सीसीटीवी फुटेज में भी देखा गया था.

रांची: सिविल कोर्ट के अधिवक्ता राम प्रवेश सिंह की हत्याकांड की गुत्थी रांची पुलिस ने सुलझा ली है. इस हत्याकांड को 81 डिसमिल जमीन के विवाद में अंजाम दिलवाया गया था. अधिवक्ता की हत्या के लिए एक जमीन ब्रोकर ने अपराधियों को 7 लाख रुपए की सुपारी दी थी. रविवार देर शाम पुलिस ने इस मामले में पूरी जानकारी देगी.

जानकारी के अनुसार, कांके थाना क्षेत्र में स्थित 81 डिसमिल जमीन को लेकर कांके के ही रहने वाले एक जमीन कारोबारी से अधिवक्ता राम प्रवेश सिंह का विवाद चल रहा था. इस बीच जमीन कारोबारी ने उस जमीन को बेचने के लिए एक दूसरे ब्रोकर जिसका नाम राम पाहन बताया जा रहा है उसे सौंप दिया. रामपाहन और अधिवक्ता इस जमीन को लेकर आमने-सामने थे. विवाद जब नहीं थमा तब राम पाहन अधिवक्ता को रास्ते से हटाने का इरादा कर लिया. इसके लिए उसने एक और जमीन कारोबारी शिवम चौधरी और सतीश मुंडा से बात की जिसके बाद दोनो ने एक पूर्व अपराधी शंकर भुइयां और रोहित से मुलाकात कर अधिवक्ता को राश्ते से हटाने का जिम्मा दिया. दोनों अपरधियों ने राजा और मिथुन नाम के अपराधी को अधिवक्ता को मारने की सुपारी दी.

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5 दिनों तक रेकी कर किया हत्या
9 सितंबर को मिथुन ने रामप्रवेश सिंह के घर के सामने ही गोली मारकर हत्या कर दी. उसके बाद मिथुन अपने साथ ही राजा के साथ बाइक पर सवार होकर फरार हो गया. मिथुन अभी तक इस मामले में फरार है, जबकि राजा को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. गोली मारते हुए मिथुन सीसीटीवी फुटेज में भी देखा गया था.

Intro:7 लाख की सुपारी देकर भाड़े के हत्यारों से करवाई गई थी वकील की हत्या , सुपारी देने वाले सहित 7 गिरफ्तार


रांची सिविल कोर्ट के अधिवक्ता राम प्रवेश सिंह की हत्या कांड की गुत्थी रांची पुलिस ने सुलझा ली है ।इस हत्याकांड को 81 डिसमिल जमीन के विवाद में अंजाम दिलवाया गया था। अधिवक्ता की हत्या के लिए एक जमीन ब्रोकर ने अपराधियों को 7 लाख रुपये की सुपारी दी थी। रविवार देर शाम इस मामले में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरे मामले की जानकारी दी जाएगी।

मिली जानकारी के अनुसार कांके थाना क्षेत्र में स्थित 81 डिसमिल जमीन को लेकर कांके के ही रहने वाले एक जमीन कारोबारी से अधिवक्ता राम प्रवेश सिंह का विवाद चल रहा था। इस बीच जमीन कारोबारी ने उस जमीन को बेचने के लिए एक दूसरे ब्रोकर जिसका नाम राम पाहन बताया जा रहा है उसे सौंप दिया। राम पाहन और अधिवक्ता इस जमीन को लेकर आमने-सामने थे। विवाद जब नहीं थमा तब राम पाहन अधिवक्ता को रास्ते से हटाने का इरादा कर लिया।इसके लिए उसने एक और जमीन कारोबारी शिवम चौधरी और सतीश मुंडा से बात की जिसके बाद दोनो ने एक पूर्व अपराधी शंकर भुइयां और रोहित से मुलाकात कर अधिवक्ता को राश्ते से हटाने का जिम्मा दिया।दोनो अपरधियो ने राजा और मिथुन नाम के अपराधी को अधिवक्ता को मारने की सुपारी दी।

राजा और मिथुन 5 दिनों तक अधिवक्ता रामप्रवेश की रेकी की और
9 सितंबर को मिथुन ने रामप्रवेश सिंह के घर के सामने ही गोली मारकर हत्या कर दी ।उसके बाद मिथुन अपने साथ ही राजा के साथ बाइक पर सवार होकर फरार हो गया ।मिथुन अभी तक इस मामले में फरार है जबकि राजा को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गोली मारते हुए मिथुन सीसीटीवी फुटेज में भी देखा गया था।

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