रांचीः राजधानी के डुमरगदा स्थित बाल सुधार गृह से दो बाल बंदियों के फरार मामले में कार्रवाई करते हुए छह पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. निलंबित पुलिसकर्मियों में जिला बल के सुबोध कुमार यादव के अलावा सैफ के जवान मो. शकील, करमचंद्र भगत, शिवजी यादव, नंदलाल शर्मा, कुमार राजेंद्र प्रसाद शामिल है. सदर डीएसपी की जांच रिपोर्ट के बाद एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने उन पुलिसकर्मियों पर निलंबन की कार्रवाई की है.
इसे भी पढ़ें- रांची: बाल सुधार गृह से बाल कैदी फरार, वालीबॉल के जाल की रस्सी बनाकर फांदी दीवार
क्या है पूरा मामला
28 जून को बाल सुधार गृह से दो बाल बंदी फरार हो गए थे. हालांकि पुलिस ने दोनों बाल बंदियों को दो दिन बाद 30 जून को ही हिंदपीढ़ी और सुखदेवनगर थाना क्षेत्र से पकड़ा था. एसएसपी ने मामले की जांच करने की जिम्मेदारी सदर डीएसपी को दी थी. सदर डीएसपी ने मामले की जांच कर रिपोर्ट एसएसपी को सौंपी. डीएसपी की जांच रिपोर्ट में तैनात सभी छह पुलिस कर्मियों को बाल बंदियों के फरार होने के मामले में दोषी करार दिया गया है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि दोनों बाल बंदियों ने 12 मिनट तक प्रयास करने के बाद संप्रेशन गृह से फरार हुए. इस दौरान कोई भी पुलिसकर्मी वहां तैनात नहीं था. जिनकी ड्यूटी थी, वो भी गश्त पर नहीं थे. जांच में पाया गया कि पुलिसकर्मियों ने अपने कार्य में घोर लापरवाही बरती है.
कंबल का कोना के जरिए भागे बाल बंदी
डीएसपी की रिपोर्ट में कहा गया है कि दोनों बाल बंदियों ने भागने से पहले कंबल का कोना फाड़ा, उसको रस्सी बनाया. इसके बाद संप्रेशन गृह की दीवार में लगे वायर में फंसाने का प्रयास किया. जब कंबल नहीं फंसा तो दोनों बाल बंदी ने संप्रेशन गृह के छत पर चले गए. वहां से कंबल का कोना की रस्सी के माध्यम से दीवार फांद कर भाग निकले. काफी देर तक इसकी जानकारी पुलिसकर्मियों को नहीं हुई थी.