चतरा: जिले में तेज बारिश के साथ हुए वज्रपात की घटनाओं में तीन महिलाओं समेत पांच लोगों की मौत हो गई. इस घटना में 11 पशुओं की भी जान चली गई. एक बच्ची समेत दो लोग जख्मी हैं. घायलों को सदर अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिए रिम्स रेफर कर दिया है.
वज्रपात के शिकार सभी मृतकों के शव का पोस्टमार्टम सदर अस्पताल में किया गया. इस मौके पर ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से सरकार के आपदा राहत योजना के तहत मृतक के आश्रितों को सरकारी योजनाओं का लाभ देने की मांग की.
वज्रपात की पहली घटना सदर थाना क्षेत्र के असढिया गांव में हुई. गांव के नागेश्वर यादव की पत्नी कविया देवी और दो पशु इसके शिकार हुए. दूसरी घटना भगवनिया गांव में हुई, जहां पर युगल किशोर साहू की पत्नी यशोदा देवी और कामेश्वर राजक की पत्नी मीना देवी को वज्रपात ने अपनी चपेट में ले लिया. इसी गांव में 9 मवेशियों की भी मौत वज्रपात से हुई.
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तीसरी घटना में टंडवा प्रखंड के सेरनदाग गांव के समीप एक पेड़ पर हुए वज्रपात में चरकू राम नाम का राहगीर की मौत हो गई. चरकू हजारीबाग जिले के बड़कागांव के सोनपुर गांव का रहने वाला था. वहीं चौथी घटना सदर प्रखंड के ही रंगवारा गांव में हुई, जहां मछिंदर सिंह नाम के वृद्ध की मौत वज्रपात से हुई, जबकि सिंदवारी गांव में हुए वज्रपात में नारायण साहू घायल हो गया और दो मवेशियों की मौत हो गई. पांचवीं घटना गिद्धौर प्रखंड के पांडेबागी गांव में हुई, जिसमें पांच वर्षीय एक बच्ची जख्मी हो गई.