रांची: रेल डिवीजन में लगातार कोरोना कहर बरपा रहा है. अब तक 450 कर्मचारी कोरोना से संक्रमित हुए हैं. वहीं रांची रेल डिवीजन के चीफ कंट्रोलर की मौत हो गई है. जानकारी मिल रही है कि उनकी रिपोर्ट नेगेटिव होने के बाद उन्हें चेन्नई भेजा गया था. इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई है. 10 दिन पहले ही उनके पिता और चाचा का भी निधन हो चुका था. पूरे परिवार में मातम का माहौल है.
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15 से अधिक रेलवे कर्मचारियों की मौत
लगातार रांची रेल मंडल में कोरोना से मौत के आंकड़े बढ़ रहे हैं. वहीं कोरोना संक्रमितों की संख्या भी तेजी से बढ़ रहा है. अब तक रांची रेल मंडल के अब तक 450 से अधिक कर्मचारी कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं और यह संख्या धीरे-धीरे और बढ़ती जा रही है. अब तक 15 से अधिक रेलवे कर्मचारियों की मौत हुई है. रांची रेल मंडल के रेलवे अस्पताल में इलाज के दौरान रविवार को पॉइंट्स मैन की भी मौत हो गई है.
रेल मंडल के चीफ कंट्रोलर की भी मौत
रांची रेल मंडल के चीफ कंट्रोलर की मौत चेन्नई में इलाज के दौरान हो गई है. जानकारी के मुताबिक उनकी रिपोर्ट नेगेटिव होने के बाद इलाज के लिए उन्हें चेन्नई भेजा गया था. उनके परिवार में 10 दिन पहले ही एक बड़ी घटना हुई थी. उनके पिता और चाचा का निधन भी हो गया था. जिससे परिवार की हालत काफी खराब थी. परिवार के सदस्य सदमे में हैं. रांची डिवीजन के डीआरएम अब तक संक्रमित हैं, उनका पूरा परिवार भी संक्रमण की जद में है. रविवार को ही सदर अस्पताल में इलाजरत मेल हटिया लोको पायलट एस भगत का निधन भी हो गया.
यात्रियों का हटिया स्टेशन में नहीं हुआ कोरोना टेस्ट
रविवार को भी रांची रेल मंडल के हटिया स्टेशन में यात्रियों का कोरोना टेस्ट नहीं हुआ. बिना जांच कराए ही यात्री स्टेशन से बाहर निकले और अपने-अपने गंतव्य के लिए निकल गए. जानकारी मिल रही है जांच किट खत्म होने की वजह से यात्रियों की जांच रेलवे स्टेशन पर नहीं हो पाई. लगातार इस तरीके की लापरवाही के कारण झारखंड के विभिन्न क्षेत्रों में कोरोना का भय व्याप्त हो गया है.