रांची: केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं को लागू करने के मकसद से प्रदेश के गांव और पंचायतों में उज्ज्वला दीदी का चयन किया जा रहा है. इसको लेकर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने संथाल-परगना के जिलों को छोड़कर अन्य जिलों के 20 सूत्री कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति के उपाध्यक्षों के साथ समीक्षा बैठक की.
लगभग एक घंटे तक चली इस बैठक में जिला कमेटी के उपाध्यक्षों को उज्ज्वला दीदी के चयन प्रक्रिया को तेज करने का मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया. बैठक के बाद राज्य 20 सूत्री क्रियान्वयन समिति के उपाध्यक्ष राकेश प्रसाद ने कहा कि हर पंचायत में दो और गांव में एक उज्ज्वला दीदी का चयन करना है. उन्होंने कहा कि 80% काम पूरा हो चुका है और 20% का चयन करना बाकी है.
40 हजार उज्ज्वला दीदी होंगी चयनित
20 सूत्री क्रियान्वयन समिति के उपाध्यक्ष राकेश प्रसाद ने कहा कि आंकड़ों के हिसाब से प्रदेश में लगभग 40,000 उज्ज्वला दीदी का चयन किया जाना है, जिनमें से 30 से 32 हजार गांवों में होगी, जबकि 9 हजार के आसपास पंचायतों में चयनित की जाएगी. उन्होंने बताया कि इनका काम केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं को आम लोगों तक पहुंचाना है.
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सम्मान का है काम
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि फिलहाल यह सम्मान का काम है. इसके बदले में राज्य सरकार ने कोई मानदेय नहीं तय किया है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि महिलाएं काफी बड़ी संख्या में आगे आ रही हैं और उनका सहयोग भी मिल रहा है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने बैठक में इस बारे में संतोष व्यक्त किया है. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि संथाल परगना के अंतर्गत पड़ने वाले सभी जिलों की बैठक 19 सितंबर को होगी, जिसमें इन योजनाओं का फीडबैक लिया जाएगा.