रांची: राजधानी में पिछले शुक्रवार यानी 5 जुलाई को मॉब लिंचिंग के विरोध के नाम पर आतंक मचाने वाले उपद्रवी पुलिस के साथ लगातार आंख मिचौली खेल रहे हैं. इस मामले में अलग-अलग थानों में 33 नामजद और 300 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुआ था, लेकिन एक सफ्ताह बीत जाने के बाद भी इस मामले में केवल चार गिरफ्तारियां हुई हैं. पुलिस की इस कार्यशैली से लोगों में काफी नाराजगी है.
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मात्र 4 हुए गिरफ्तार
एकरा मस्जिद के पास हुए बवाल और तोड़फोड़ मामले में रांची पुलिस ने चार उपद्रवियों को गिरफ्तार कर बुधवार को बेहद गोपनीय तरीके से जेल भेज दिया था. जिन्हें जेल भेजा गया, उसमें हिंदपीढ़ी ग्वालाटोली का साहिल गद्दी, लाहकोठी का आजाद आलम, कर्बला चौक का आमिर अंसारी और रतन टॉकीज के पास रहने वाला अतीक शामिल हैं.
बता दें कि जेल गए सभी उपद्रवियों का आपराधिक रिकार्ड रहा है. चोरी, छिनतई समेत अन्य मामलों में ये सभी पहले भी जेल जा चुके हैं. इन आरोपियों को पुलिस ने मंगलवार को देर रात छापेमारी कर उनके घरों से गिरफ्तार किया था. जेल भेजने से पहले हुई पूछताछ में आरोपियों ने पुलिस के सामने तोड़फोड़ और लूटपाट करने की बात स्वीकार भी की है.
गिरफ्तार उपद्रवियों ने किया कई नामों का खुलासा
जिन उपद्रवियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया उन्होंने पूछताछ के दौरान पुलिस को कई ऐसे नामों के बारे में बताया, जिन लोगों ने 5 जुलाई की रात शहर में उत्पात मचाया था. इस सब के बावजूद पुलिस अभी तक उन्हें गिरफ्तार नहीं कर पाई है.
33 नामजद समेत 300 अज्ञात पर दर्ज हुई प्राथमिकी, अधिकांश अपराधी
एकरा मस्जिद के पास हुए हंगामे के बाद जिला प्रशासन के आदेश पर लोअर बाजार थाने में भी 33 नामजद और 300 अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. जिन पर प्राथमिकी दर्ज हुई है, उसमें टिंकू, एनामुल, इमरान, मो राजन, टिंकू उर्फ टुरू, मो आजाद, कुरकूर, शेरा, मतिउल्लाह, फिरदौस उर्फ बब्बू राइडर, बकास, तलहा, इकबाल, अतीक उर्फ बूलेट, अनडोजर, बब्लू छिपकली, आदिल, मो सैफ, मो शोएब, मो जमील, अब्दुला, पण्पे, आमिर, फिदा उर्फ माजिद, कल्लू उर्फ पनेड़ी, रौशन, छोटू, मुन्ना, मोशरफ, कारा उर्फ सुहैल, बाबूल अजीज और खुर्शीद शामिल हैं.
उपद्रव मचाने वालों में कई लूटपाट, चोरी और छिनतई के मामले में जेल जा चुके हैं. इसमें अतीक, फिरदौर, बबलू छिपकली, मो. सैफ शामिल हैं. इन आरोपियों को लोअर बाजार और हिंदपीढ़ी थाने की पुलिस जेल भेज चुकी है.
कारवाई जारी, सब होंगे गिरफ्तार-डीआईजी
हालांकि रांची रेंज के डीआईजी अमोल वी होमकर के अनुसार मॉब लिंचिंग के विरोध के नाम पर उपद्रव में शामिल किसी भी शख्स को बख्शा नहीं जाएगा. डीआईजी के अनुसार सीसीटीवी फुटेज के आधार पर उपद्रवियों की पहचान की जा रही है. कुछ लोगों को डिटेन भी किया गया है.