पलामू: कश्मीर में सेना के जवान के मौत मामले में पलामू में ग्रामीणों ने रोड जाम कर दिया. ग्रामीणों ने मृत जवान को शहीद का दर्जा देने की मांग कर रहे हैं. जवान का शव पलामू नहीं पहुंचने पर भी ग्रामीणों में नाराजगी है. पलामू के हुसैनाबाद थाना के क्षेत्र के दुआरा गांव के रहने वाले सेना के जवान धीरज कुमार यादव की कश्मीर के पूंछ में मौत हो गई थी. सेना के अधिकारियों ने बताया कि धीरज कुमार ने आत्महत्या की है. रविवार को धीरज कुमार का शव रांची पंहुचा था. जहां सेना के अधिकारियों न उन्हें सलामी दी.
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कश्मीर से शुरुआत में सेना के जवान धीरज कुमार यादव की शहीद होने की खबर आई थी. लेकिन बाद में पता चला की धीरज ने आत्महत्या की है. सोमवार को मृतक जवान का शव पलामू नहीं पंहुच पाया था. जिस कारण आक्रोशित सैकड़ों ग्रामीणों ने हुसैनाबाद छतरपुर रोड को जाम कर दिया. रोड जाम की जानकारी मिलने के बाद हुसैनाबाद थाना प्रभारी अजय कुमार के नेतृत्व में बड़ी संख्या में पुलिस जवान मौके पर पंहुचे. मृतक के परिजनों ने ग्रामीणों को बताया कि जवान को सम्मान नहीं दिया जा रहा है. शव को पलामू नहीं भेजा जा रहा है.
कई लोगों ने पुलिस ने हिरासत में लिया
वहीं ग्रामीणों और परिजनों ने छत्तरपुर शहर के एनएच 98 मुख्य सड़क मार्ग को भी जाम कर दिया. आक्रोशित लोगों ने छत्तरपुर थाना के पास टायर जलाकर वंदे मातरम का नारा लगाया. वहीं लोगों ने कई दुकानों को बंद कराते हुए तोड़फोड़ भी की. पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे लोगों को समझाया और जाम हटाने की कोशिश की. लेकिन आक्रोशित लोगों ने नहीं माना. जिसके बाद पुलिस ने बलपूर्वक सभी को खदेड़ा. थाना प्रभारी गौतम कुमार ने बताया कि इस तरह का बेवजह जाम करना गलत है. पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में लिया है.
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धीरज के पिता को कश्मीर से आया था कॉल
सेना जवान धीरज कुमार यादव एक महीने पहले ही छुट्टी पर अपने घर आए थे. 10 अक्टूबर को वो ड्यूटी जॉइन करने के लिए कश्मीर रवाना हुए थे. शुक्रवार को अचानक उनके पिता को कॉल आया था और उन्हें कश्मीर आने का आग्रह किया गया था. जिसके बाद धीरज के पिता कश्मीर रवाना हुए थे.