पलामूः मंकीपॉक्स के खतरे ने झारखंड में दस्तक दी है. गढ़वा में एक संदिग्ध मरीज मिलने के बाद उसे सदर अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है. मरीज का सैंपल जांच के लिए पुणे भेजने की तैयारी की जा रही है.
यह भी पढ़ेंः मंकीपॉक्स को वैश्विक हेल्थ आपातकाल घोषित करने के लिए WHO की इमरजेंसी मीटिंग
मंकी पॉक्स की जांच की सुविधा नहीं है. झारखंड में मंकी पॉक्स की जांच की सुविधा मौजूद नहीं है. इससे गढ़वा स्वास्थ्य विभाग यह तय कर रहा है कि रांची के माध्यम से सैंपल पुणे भेजा जाए या सीधे सैंपल को पुणे भेजा जाए. गढ़वा सिविल सर्जन कमलेश कुमार ने बताया कि संदिग्ध मरीज का कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है. संदिग्ध मरीज की मां स्वास्थ्य सहिया है.
पीड़िता को बरसाती जख्म: सिविल सर्जन ने बताया कि पीड़िता को एक तरह से बरसाती जख्म है. लेकिन लक्षण मंकी पॉक्स प्रोटोकॉल के तहत है. इससे मरीज को संदिग्ध की श्रेणी में रखा गया है. उन्होंने कहा कि पूरे जिले में दूसरे किसी भी व्यक्ति में इस तरह के लक्षण नहीं है. पड़ोसी जिला गढ़वा में संदिग्ध मंकी पॉक्स के मरीज मिलने के बाद पलामू स्वास्थ विभाग ने अलर्ट जारी किया है.
पलामू में अलर्ट जारीः मंकी पॉक्स को लेकर पलामू डीसी की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग की बैठक आयोजित की गई है. इस बैठक में मंकी पॉक्स को लेकर चर्चा की जायेगी. पलामू सिविल सर्जन डॉक्टर अनिल कुमार सिंह ने बताया कि पलामू में हाई अलर्ट जारी किया गया है और सभी स्वास्थ्य केंद्र प्रभारियों को निर्देश दिया गया है कि अपने-अपने क्षेत्र मे गुरुवार से जागरूकता अभियान चलाये.