पलामूः 28 अगस्त को छतरपुर थाना क्षेत्र के लरमी जंगल में अज्ञात बुजुर्ग का शव मिला था. इस मामले में घटनास्थल के कुछ दूरी पर बुजुर्ग का आधार कार्ड मिला, जिसके आधार पर पुलिस ने जांच शुरू की. मंगलवार को पलामू पुलिस ने बुजुर्ग हत्याकांड का खुलासा करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों में संतोष शर्मा, अभिमन्यु कुमार और मोहम्मद इम्तियाज शामिल हैं, जो बोकारो के बालीडीह के रहने वाले हैं. हालांकि, मुख्य आरोपी मिथिलेश पासवान और गला काटने वाला अब भी फरार है.
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बुजुर्ग का नाम दिनेश कुमार राम हैं, जो बिहार के रोहतात जिले के शिवसागर के रहने वाले थे. इन्होंने बोकारो में बीएसएल से सेवानिवृत्त हुए थे. बताया जा रहा है कि साल 2021 में दामोदर नदी में पोते की डूबने से मौत हो गई थी. इस घटना के बाद बुजुर्ग के बेटे की मौत हो गई. इस घटना से सदमे में आकर गांव चले गए तो परिवार वालों से विवाद हुआ तो बोकारो में मिथिलेश पासवान के पास लौट आये थे.
एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि बुजुर्ग दिनेश कुमार राम बोकारो लौटे तो मिथिलेश पासवान के घर पर रहना शुरू किया था. मिथिलेश कुमार पासवान एक दिन दिनेश कुमार राम के बैंक खाते की जानकारी ली तो 43 लाख रुपये जमा देखा. इसके बाद मिथिलेश ने साजिश रचते हुए दिनेश के बैंक खाते से नेट बैंकिंग शुरू किया. नेट बैंकिंग के माध्यम से दिनेश कुमार राम के खाते से 23 लाख रुपये निकाले लिए. खाते से पैसे निकालने के बाद मिथिलेश को फंसने की आशंका सताने लगी.
एसपी ने बताया कि मिथिलेश ने अपने बेटे अभिमन्यु कुमार और इम्तियाज के साथ मिलकर पूरे हत्याकांड की साजिश रची. इस साजिश के तहत दिनेश को सबसे पहले शादी का लालच दिया गया. शादी के बहाने दिनेश को पलामू के हुसैनाबाद बुलाया गया और एक होटल में ठहराया गया. इसके बाद किसी बहाने लरमी जंगल में दिनेश कुमार राम की गला काटकर हत्या कर दी गई. एसपी ने बताया कि हत्या के बाद भी दिनेश के खाते से करीब 8.25 लाख रुपये निकाले गए. यह पैसा इम्तियाज और अभिमन्यु कुमार के खाते में ट्रांसफर किया गया. उन्होंने कहा कि आरोपी मिथिलेश कुमार पासवान ने बुजुर्ग के खाते से निकाले गए पैसे से एक कार भी खरीदा है. उन्होंने कहा कि मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी की जा रही है.