पलामूः राष्ट्रीय अनुसूचित आयोग के उपाध्यक्ष अरुण हलधर शनिवार को पांडू थाना क्षेत्र के मुरुमातु घटना की जांच (Murumatu incident investigation) करने पहुंचे, जहां उन्होंने पीड़ित मुसहर परिवारों से मुलाकात की. पीड़ितों से घटना से संबंधित जानकारी ली. इसके बाद जिला प्रशासन से भी पूछताछ की है. राष्ट्रीय अनुसूचित आयोग के उपाध्यक्ष अरुण हलधर ने कहा कि मुरुमातु में मुसहर परिवार पीढ़ियों से रहा रहे हैं, जिन्हें उजाड़ा गया है. इस मामले में प्रशासन दबाव में काम कर रहा है.
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आयोग के उपाध्यक्ष अरुण हलधर ने कहा कि पीड़ित परिवारों से बातचीत करने के बाद सच सामने आ रहा है. पीड़ित और प्रशासन के बीच बातचीत का अंतर मिला है. उन्होंने कहा कि किसी को मकान ध्वस्त कर हटाने का अधिकार नहीं है. इस घटना में पुलिस को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए थी. लेकिन पुलिस दबाव के कारण समुचित कार्रवाई नहीं की. उन्होंने कहा कि आयोग आ गया है. अब ऐसा कुछ नहीं होगा. बता दें कि 29 अगस्त को पांडू थाना क्षेत्र के मुरुमातु में विशेष समुदाय के लोगों ने दलित बस्ती को उजाड़ दिया था. इस घटना पर राष्ट्रीय अनुसूचित आयोग ने संज्ञान लिया और आज जांच करने पहुंचे हैं. उन्होंने कहा कि इस घटना के संबंध में पलामू सर्किट हाउस में अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे.
शनिवार दोपहर आयोग की टीम मुरुमातु पहुंची. टीम ने सबसे पहले घटनास्थल का जायजा लिया. इसके बाद पीड़ितों से मुलाकात की. इस दौरान आयोग के निदेशक संजय कुमार सिंह, अनुसंधान पदाधिकारी सुनील कुमार सिंह, बीजेपी विधायक अमर बाउरी के साथ-साथ पलामू रेंज के डीआईजी राजकुमार लकड़ा, डीसी ए दोड्डे, एसपी चंदन कुमार सिन्हा सहित सभी आलाधिकारी मौजूद थे.