पलामू: लातेहार के बरवाडीह इलाके से 35 लाख की फिरौती के लिए अगवा किए गए हेडमास्टर के बेटे को पुलिस ने सकुशल मुक्त करा लिया है. अपहरणकर्ताओं ने फिरौती की रकम लेकर हत्या की योजना बनाई थी, जिसे पुलिस ने अपहरण के चंद घंटों के भीतर ही विफल कर दिया. पूरे मामले में एक अपरहरणकर्ता को भी गिरफ्तार किया गया है. जो पाकुड़ टाउन थाना में तैनात हवलदार का पुत्र बताया जा रहा है.
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वीडियो कॉल कर मांगी थी फिरौती
पुलिस के मुताबिक लामू के रेहला थाना क्षेत्र के डंडिला के रहने वाले दिलकश रौशन के उसके दोस्त अंशु प्रसाद, आशुतोष पांडेय और कमल सिंह ने ही अगवा किया था. उनके मुताबिक अपराधियों ने सबसे पहले तो रौशन को मिलने के लिए मेदिनीनगर के चियांकि इलाके में बुलाया और फिर उसे लातेहार के बरवाडीह ले जाकर उसका अपहरण कर लिया. उसके बाद परिजनों को वीडियो कॉल कर 35 लाख की फिरौती मांगी गई. अंत में मामला साढ़े 5 लाख पर तय हुआ.
फिरौती लेकर हत्या की थी योजना
पलामू के एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि अपहरणकर्ताओं ने फिरौती की रकम लेने के बाद हत्या की योजना बनाई थी. उनके मुताबिक अपहरण की जानकारी पीड़ित के भाई ने शनिवार की देर रात पुलिस को दिया था. जिसके बाद टाउन इंस्पेक्टर अरुण कुमार महथा के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया और पूरे मामले में कार्यवाही शुरू की गई. एसपी ने बताया कि फिरौती की रकम को अपहरणकर्ताओं ने वीडियो कॉल पर देखा और उसके उसके बाद वो मेदिनीनगर के जीएलए कॉलेज के मैदान के पास पंहुचे थे. अपहरणकर्ता जैसे ही पीड़ित को लेकर मौके पर पहुंचे और फिरौती की रकम लेने के लिए बाइक से उतरे पुलिस ने एक अपहरणकर्ता आशुतोष पांडेय को पकड़ लिया जबकि अंशु प्रसाद और कमल सिंह फरार हो गए. एसपी के मुताबिक इस कार्रवाई में एक जवान घायल हो गया है.
हवलदार का बेटा है आशुतोष पांडेय
अपहरण के आरोप में गिरफ्तार किया गया अपराधी आशुतोष पांडेय पाकुड़ के टाउन थाना में तैनात हवलदार का बेटा है. जबकि पूरे कांड का मास्टर माइंड अंशु प्रसाद को बताया जा रहा है जो सांसद के बरवाडीह प्रतिनिधि जयवर्धन सिंह हत्याकांड का मुख्य आरोपी है. एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि अंशु प्रसाद और कमल सिंह की गिरफ्तारी के लिए पुलिस कई इलाकों में छापेमारी कर रही है.