पलामू: लोहरदगा में हो रहे माओवादियों के साथ लगातार मुठभेड़ के बाद पलामू रेंज की पुलिस भी हाई अलर्ट मोड पर आ गई है. पिछले एक सप्ताह के अंदर लोहरदगा में सुरक्षाबल और टॉप माओवादी कमांडर रबिंद्र गंझू की टीम के साथ तीन बार मुठभेड़ की खबरें आई. जिस इलाके में मुठभेड़ हो रही है वही इलाका लातेहार सीमा से सटा हुआ है और माओवादियों का बूढ़ापहाड़ सारंडा कोरिडोर का हिस्सा है. रबिंद्र गंझू को लेकर पलामू रेंज की पुलिस ने भी हाई अलर्ट जारी किया है और लोहरदगा से सटे हुए इलाकों में पुलिस और सुरक्षाबलों की तैनाती बढ़ा दी है.
सुरक्षा एजेंसियों को आशंका है कि लोहरदगा के इलाके में सुरक्षाबलों के बढ़ते दबाव के बाद 15 लाख का इनाम टॉप माओवादी कमांडर रबिंद्र गंझू बूढ़ापहाड़, सारंडा या छकरबंधा के इलाके में भाग सकता है. छकरबंधा, बूढ़ापहाड़ सारंडा कॉरिडोर 150 किलोमीटर से भी अधिक है. इलाके से निकल कर माओवादियों की टीम बिहार के गया के छकरबंधा और बढ़ापहाड़ के इलाके में भाग सकती है, इसलिए इस इलाके में 12 कंपनी से अधिक सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है.
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पांच दर्जन से अधिक संदिग्ध सर्विलांस पर, दस्ते में 30 के करीब है हार्डकोर: लोहरदगा घटना को लेकर पलामू रेंज के इलाके में पांच दर्जन से अधिक संदिग्धों को सुरक्षाएजेंसियों ने सर्विलांस पर रखा हुआ है. जबकि घटना में 30 के करीब हार्डकोर नक्सली शामिल हैं. सभी को लेकर सुरक्षा एजेंसियों ने बायोडाटा तैयार किया है. रविंद्र गंजू से जुड़े हुए एक एक समर्थक और उनके हार्डकोर सदस्यों की पहचान की गई है. संदिग्धों के लिए सुरक्षा एजेंसियां अलग से अभियान चला रहे हैं.