जमशेदपुर: जिला के सुंदरनगर सीआरपीएफ कैंप में कला मंदिर की आदिवासी महिलाओं ने जवानों को रक्षा सूत्र बांधकर राखी बांधकर उनके लंबी उम्र की कामना की है. राखी बांधने आयी महिलाओं ने जवानों को सच्चा भाई बताया और कहा कि ये हमारी और देश की रक्षा करने के संकल्प को पूरा करते हैं.
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जवानों की कलाई पर इको फ्रेंडली राखी
देश की सुरक्षा करने वाले जवानों की सेहत की सुरक्षा के लिए महिलाओं ने उनकी कलाई पर इको फ्रेंडली राखी बांधा है. जवानों की कलाई पर बंधने वाली इस राखी को महिलाओं ने खुद अपने हाथ से ही तैयार किया था. रक्षा बंधन कार्यक्रम के दौरान सीआरपीएफ महिला विंग की अध्यक्षा डॉक्टर भावना शुक्ला के अलावा अन्य कई पदाधिकारी मौजूद रहे. पूरे पारिवारिक माहौल में सीआरपीएफ कैंप में रक्षाबंधन मनाया गया.
राखी बांधने वाली महिलाओं को मिला उपहार
पूरे कार्यक्रम के दौरान देश भक्ति गीतों की प्रस्तुति की गई. इस दौरान राखी बांधने वाली महिलाओं को जवानों की तरफ से उपहार भी दिए गए. सीआरपीएफ महिला विंग की अध्यक्षा डॉक्टर भावना शुक्ला ने महिलाओं की प्रशंसा की और कहा आज सभी क्षेत्रों में महिलाएं कदम बढ़ा रही है. उन्होंने कहा रक्षा बंधन पवित्र पर्व है आज के दिन अपने परिवार से दूर रहकर देश की रक्षा करने वाले जवानों को राखी बांधकर ट्राइबल महिलाओं ने उन्हें बहन कि कमी को पूरा कर पारिवारिक माहौल दिया है.
महिलाओं ने खुद से बनाई थी राखी
जमशेदपुर के कला मंदिर की महिलाओं को बार्डर पर तैनात जवानों के लिए 10 हजार राखी बनाने का आर्डर दिया गया था, महिलाओं ने जवानों के लिए इको फ्रेंडली राखी को अपने हाथों से बनाया था. आज उसकी राखी को सीआरपीएफ कैंप में कला मंदिर की महिलाओं ने जवानों की कलाई पर बांधकर राखी मनाया.