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लौहनगरी में मंदी के कारण बढ़ी बेरोजगारी, आत्महत्या आर्थिक मंदी पर हाई कोर्ट ने मांगा जवाब

लौहनगरी में मंदी के कारण बेरोजगारी में बढ़ोतरी हो गई है. बंद हो रही कंपनियों और उसके कारण बड़ी आत्महत्या जैसे मामले में हाईकोर्ट में दायर किए गए है. वहीं, इन सब मामलों पर जनहित याचिका में राज्य सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है.

Unemployment increased due to recession in jamshedpur
राष्ट्रीय महासचिव के साथ बैठक
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Published : Jan 31, 2020, 10:51 AM IST

जमशेदपुर: शहर में मंदी के कारण बेरोजगारी बढ़ गई है. औद्योगिक क्षेत्र की कई कंपनियां बंद होने से कर्मचारियां काम की तलाश में भटक रहें हैं. युवक आत्महत्या करने पे उतर आएं है. वहीं, इन सभी को आधार बनाकर जनहित याचिका दायर की गई थी जिसे हाईकोर्ट ने गंभीरता से लिया और पूरे मामले में राज्य सरकार से जवाब मांगा है.

देखें पूरी खबर

यूथ इंटक के राष्ट्रीय महासचिव और टाटा वर्कर्स यूनियन के सचिव नितेश राज ने कहा कि जमशेदपुर समेत आदित्यपुर में कई कंपनियां बंद हो गई है. आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र की कई कंपनियों में प्रोडक्शन की गति धीमी है. आर्डर नहीं मिलने से कर्मचारियों को बैठा दिया जा रहा है. पिछले दिनों शहर में दो युवकों की आत्महत्या करने में स्पष्ट कारण उनकी नौकरी का जाना था इस बात से आहत होकर और वर्तमान रोजगार की स्थिति को देखते हुए उन्होंने जनहित याचिका के माध्यम से बात को ऊंचे फोरम तक ले जाने का प्रयास किया है.

ये भी देखें- चाईबासा नरसंहारः समीर उरांव बोले, पूरी घटना की हो CBI जांच, मृतक के परिजनों को मिले मुआवजा और सरकारी नौकरी

मुआवजा देने का प्रावधान
उन्होंने कहा कि वे राज्य और केंद्र सरकार से यह मांग करते हैं कि अगर किसी कर्मचारी को मंदी के कारण कंपनी से निकाला जाता है तो उसे मुआवजा देने का प्रावधान बनाया जाए. उन्होंने कहा जिसके उपर पूरा परिवार आश्रित है, उसकी नौकरी चले जाने से रोड पर आने वाली स्थिति बन जाती है. इसका असर बच्चों की पढ़ाई, इलाज, रोजमर्रा के जीवन पर असर पड़ता है. इन सभी को आधार बनाकर जनहित याचिका दायर की गई थी जिसे हाईकोर्ट ने गंभीरता से लिया और पूरे मामले में राज्य सरकार से जवाब मांगा है.

जमशेदपुर: शहर में मंदी के कारण बेरोजगारी बढ़ गई है. औद्योगिक क्षेत्र की कई कंपनियां बंद होने से कर्मचारियां काम की तलाश में भटक रहें हैं. युवक आत्महत्या करने पे उतर आएं है. वहीं, इन सभी को आधार बनाकर जनहित याचिका दायर की गई थी जिसे हाईकोर्ट ने गंभीरता से लिया और पूरे मामले में राज्य सरकार से जवाब मांगा है.

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यूथ इंटक के राष्ट्रीय महासचिव और टाटा वर्कर्स यूनियन के सचिव नितेश राज ने कहा कि जमशेदपुर समेत आदित्यपुर में कई कंपनियां बंद हो गई है. आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र की कई कंपनियों में प्रोडक्शन की गति धीमी है. आर्डर नहीं मिलने से कर्मचारियों को बैठा दिया जा रहा है. पिछले दिनों शहर में दो युवकों की आत्महत्या करने में स्पष्ट कारण उनकी नौकरी का जाना था इस बात से आहत होकर और वर्तमान रोजगार की स्थिति को देखते हुए उन्होंने जनहित याचिका के माध्यम से बात को ऊंचे फोरम तक ले जाने का प्रयास किया है.

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मुआवजा देने का प्रावधान
उन्होंने कहा कि वे राज्य और केंद्र सरकार से यह मांग करते हैं कि अगर किसी कर्मचारी को मंदी के कारण कंपनी से निकाला जाता है तो उसे मुआवजा देने का प्रावधान बनाया जाए. उन्होंने कहा जिसके उपर पूरा परिवार आश्रित है, उसकी नौकरी चले जाने से रोड पर आने वाली स्थिति बन जाती है. इसका असर बच्चों की पढ़ाई, इलाज, रोजमर्रा के जीवन पर असर पड़ता है. इन सभी को आधार बनाकर जनहित याचिका दायर की गई थी जिसे हाईकोर्ट ने गंभीरता से लिया और पूरे मामले में राज्य सरकार से जवाब मांगा है.

Intro:एंकर--लौहनगरी में मंदी के कारण बढ़ी बेरोजगारी बंद हो रही कंपनियों और उसके कारण बड़ी आत्महत्या मामले में हाईकोर्ट में दायर किए गए एक जनहित याचिका में राज्य सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।


Body:वीओ1-- यूथ इंटक के राष्ट्रीय महासचिव व टाटा वर्कर्स यूनियन के सचिव नितेश राज ने शनिवार को बताया कि जमशेदपुर समेत आदित्यपुर में कई कंपनियां बंद हो गई है. आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र की कई कंपनियों में प्रोडक्शन की गति धीमी है. आर्डर नहीं मिलने से कर्मचारियों को बैठा दिया जा रहा है. पिछले दिनों शहर में दो युवकों की आत्महत्या करने में स्पष्ट कारण उनकी नौकरी का जाना था इस बात से आहत होकर और वर्तमान रोजगार की स्थिति को देखते हुए उन्होंने जनहित याचिका के माध्यम से बात को ऊँचे फोरम तक ले जाने का प्रयास किया है. उन्होंने कहा कि वे राज्य व केंद्र सरकार से यह मांग करते हैं कि अगर किसी कर्मचारी को मंदी के कारण कंपनी से निकाला जाता है. तो उसे मुआवजा देने का प्रावधान बनाया जाए उन्होंने कहा जिसके ऊपर पूरा परिवार आश्रित है.उसकी नौकरी चले जाने से रोड़ पर आने वाली स्थिति बन जाती है. इसका असर बच्चों की पढ़ाई,इलाज ,रोजमर्रा के जीवन पर असर पड़ता है. इन सभी को आधार बनाकर जनहित याचिका दायर की गई थी जिसे हाईकोर्ट ने गंभीरता से लिया और पूरे मामले में राज्य सरकार से जवाब मांगा है।
बाइट--नितेश राज( राष्ट्रीय महासचिव यूथ इंकटेक)


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