जमशेदपुर: बर्मामाइंस थाना क्षेत्र से 15 दिनों से लापता युवक लाखो सिंह के मामले में पुलिस ने खुलासा कर दिया है. डीएसपी ने बताया कि पुरानी रंजिश में बदला लेने की नीयत से तीन दोस्त ने मिलकर अपने साथी लाखो के साथ शराब पिलाकर हत्या की घटना को अंजाम दिया.
पुरानी रंजिश में हत्या
बता दें कि बर्मामाइंस थाना क्षेत्र के कैरेज कॉलोनी का लाखो सिंह 16 अगस्त से लापता था. लाखो की उसके अपने तीन दोस्त ने मिलकर ही हत्या की थी. लाखो सिंह के लापता होने पर उसके घरवालों ने थाना में मामला दर्ज कराया था. प्राथमिकी के बाद पुलिस टीम जांच में तीन दोस्तों में दो दोस्त मो अफजल और बसंत उपाध्याय को गिरफ्तार किया. वहीं घटना में इस्तेमाल स्कूटी और तीन मोबाइल बरामद किए गए हैं.
ये भी पढ़ें- 14 दिनों के न्यायिक हिरासत में जेल भेजे गए पूर्व मंंत्री बंधु तिर्की, नेशनल खेल घोटाला का है मामला
शराब पिलाकर की हत्या
पूरे मामले का खुलासा करते हुए सिटी डीएसपी अनुदीप सिंह ने बताया कि डेढ़ साल पहले मृतक लाखो सिंह बसंत उपाध्याय के मुंह में पिस्टल घुसाकर मारने की धमकी दी गई थी. जिसके बाद बसंत और उसके साथी लाखो को मारने की योजना बनाकर 16 अगस्त की शाम एक साथ मिलकर रौनक सिंह, मो अफजल, लाखो सिंह बसंत के घर में शराब पी और चारों दोस्त स्टेशन पहुंचे और एक होटल में शराब और खाना खाए.
हत्या कर शव को डैम में फेंका
जिसके बाद सभी देर रात बागबेड़ा से सटे सरायकेला जिला के जिलिंगगोड़ा पहुंचे. वहां डैम के पास शराब पीकर शराब की बोतल तोड़ लाखो सिंह के गर्दन और पेट में मारकर उसकी हत्या कर डैम में फेंक कर जमशेदपुर पहुंचे और लाखों के मोबाइल को स्टेशन के पास एक कुएं में फेंक दिया.
ये भी पढ़ें- मुखिया घूस लेने के आरोप में गिरफ्तार, ACB ने की कार्रवाई
पुराना आपराधिक इतिहास है
डीएसपी ने बताया कि कार्रवाई करते हुए मो अफजल और बसंत उपाध्याय को गिरफ्तार किया गया है, जबकि एक साथी रौनक सिंह फरार है. जिसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. उन्होंने बताया कि डैम में पानी ज्यादा होने के कारण शव बरामद नहीं हुआ है. दोनों अपराधियों का पूर्व में भी आपराधिक इतिहास रहा है.