जमशेदपुर: देश की सौ साल पुरानी टाटा स्टील कंपनी (Tata Steel Company) अपने कर्मचारियों के बीच 270 करोड़ रुपया बोनस के रूप में बांटेगी. प्रबंधन और टाटा वर्कर्स यूनियन के बीच बोनस समझौता हुआ है, जिसमें प्रबंधन ने कंपनी के मुनाफे को देखते हुए पहली बार ऐतिहासिक बोनस पर सहमति जताई है. टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष ने बताया कि बोनस की रकम कर्मचारियों के बैंक अकाउंट में 23 अगस्त को चला जाएगा.
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टाटा स्टील के जमशेदपुर प्लांट, ट्यूब, टिस्को ग्रोथ शॉप समेत सभी जगहों के कर्मचारियों के लिए टाटा वर्कर्स यूनियन और कंपनी प्रबंधन के बीच बोनस समझौता पर हस्ताक्षर हो गया है. टाटा स्टील के एमडी टीवी नरेंद्रन और टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष संजीव चौधरी टुन्नु के बीच समझौता पर हस्ताक्षर किया गया. इस दौरान कंपनी के कई वरीय पदाधिकारी भी मौजूद रहे. बोनस समझौता के तहत 2021 में कर्मचारियों के बोनस के मद में 270.28 करोड़ रुपये आवंटन का प्रस्ताव पारित हुआ है. बोनस समझौता के बाद टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष संजीव चौधरी और यूनियन के अन्य पदाधिकारी बिस्टुपुर स्थित टाटा वर्कर्स यूनियन कार्यालय पहुंचे और बोनस समझौता की जानकारी दी.
संजीव चौधरी ने बताया कि पुराने फार्मूला के आधार पर ही इस बार भी बोनस समझौता किया गया है. बोनस समझौता के तहत कर्मचारियों को 270.28 करोड़ रुपये बांटा जाएगा. कुल 22871 कर्मचारियों के बीच यह राशि बंटेगी, जिसमें जमशेदपुर प्लांट में 12558 कर्मचारी हैं. 2021 के 23 अगस्त तक बैंक के एकाउंट में कर्मचारियों का बोनस चला जाएगा. पिछले साल बोनस समझौता में बोनस के मद में कुल 235.54 करोड़ कर्मचारियों के बीच बांटे गए थे. इस साल उससे 35 करोड़ रुपये अधिक है.
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आंकड़ों पर एक नजर
- जमशेदपुर में कुल कर्मचारियों की संख्या - 12558
- 2021 में अधिकतम बोनस की राशि 3,59,029 रुपये
- न्यूनतम बोनस की राशि 34,290 रुपये
कंपनी प्रबंधन का कर्मचारियों से अपील
टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष ने बताया कि कोरोना काल में कर्मचारियों के सहयोग से कंपनी का उत्पादन बेहतर रहा है. कंपनी में कर्मचारियों ने कोरोना काल में भी अपने जिम्मेदारी को निभाया है. कंपनी प्रबंधन ने कहा है कि बोनस की रकम को कर्मचारी अपने परिवार के भविष्य के लिए सोच समझकर खर्च करें.