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CNT एक्ट के दायरे शामिल सभी जातियों को मिले एक समान अधिकार: श्रवण कुमार - CNT Act

बिहार के ग्रामीण विकास और संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने झारखंड के कुड़मियों को आदिवासी का दर्जा देने की वकालत की है. उन्होंने कहा कि झारखंड में सीएनटी एक्ट लागू है. इस एक्ट के दायरे में आने वाली सभी जाति को एक समान अधिकार मिलना चाहिए.

करम महोत्सव में शामिल हुए बिहार के ग्रामीण विकास और संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार
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Published : Sep 9, 2019, 9:51 AM IST

जमशेदपुर: जिले के गोपाल मैदान में आयोजित करम महोत्सव में पहुंचे बिहार के ग्रामीण विकास और संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने झारखंड के कुड़मियों को आदिवासी का दर्जा देने की वकालत की है. उन्होंने कहा कि झारखंड में सीएनटी एक्ट लागू है. जिसमें 54 जाति को शामिल किया गया है. इसमें कुड़मी भी एक हैं. इन सब को इंसाफ मिलना चाहिए और इस एक्ट के दायरे में आने वाली सभी जाति को एक समान अधिकार मिलना चाहिए. कुड़मियों को इससे वंचित नहीं किया जाना चाहिए.

वीडियो में देखें पूरी खबर

ग्रामीण विकास और संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि झारखंड के लोग शुरू से ही प्रकृति के पूजक रहे हैं. पूर्वज जानते थे कि समाज में पेड़-पौधों की संख्या कम होगी, तो इसका खराब असर मानव जीवन पर होगा. इसलिए उन्होंने पौधों को संस्कृति और परंपरा के साथ जोड़ा. यही कारण है कि झारखंड के अधिकतर पर्व त्योहार पेड़-पौधों और नदी से जुड़े रहे हैं. उन्होंने कहा कि आज पूरी दुनिया जलवायु परिवर्तन से चिंतित है.

ये भी पढ़ें- व्हाट्सअप ग्रुप में फैलाई बच्चा चोरी की अफवाह, पुलिस ने 2 एडमिन को हिरासत में लिया

इस मुकाबले के लिए एक ही उपाय है कि हमें पौधों का बचाव करना होगा और इसकी पूजा करनी होगी. अगर ऐसा नहीं हुआ, तो वो दिन दूर नहीं जब पानी के लिए युद्ध छिड़ जाएगा. एक ओर पेड़ों की कटाई और जंगल का सफाया होता जा रहा है. दूसरी ओर अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. अभी समय है अगर हम पौधों की चिंता करें, इसकी पूजा करें तो कई समस्याओं का समाधान हो सकता है.

जमशेदपुर: जिले के गोपाल मैदान में आयोजित करम महोत्सव में पहुंचे बिहार के ग्रामीण विकास और संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने झारखंड के कुड़मियों को आदिवासी का दर्जा देने की वकालत की है. उन्होंने कहा कि झारखंड में सीएनटी एक्ट लागू है. जिसमें 54 जाति को शामिल किया गया है. इसमें कुड़मी भी एक हैं. इन सब को इंसाफ मिलना चाहिए और इस एक्ट के दायरे में आने वाली सभी जाति को एक समान अधिकार मिलना चाहिए. कुड़मियों को इससे वंचित नहीं किया जाना चाहिए.

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ग्रामीण विकास और संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि झारखंड के लोग शुरू से ही प्रकृति के पूजक रहे हैं. पूर्वज जानते थे कि समाज में पेड़-पौधों की संख्या कम होगी, तो इसका खराब असर मानव जीवन पर होगा. इसलिए उन्होंने पौधों को संस्कृति और परंपरा के साथ जोड़ा. यही कारण है कि झारखंड के अधिकतर पर्व त्योहार पेड़-पौधों और नदी से जुड़े रहे हैं. उन्होंने कहा कि आज पूरी दुनिया जलवायु परिवर्तन से चिंतित है.

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इस मुकाबले के लिए एक ही उपाय है कि हमें पौधों का बचाव करना होगा और इसकी पूजा करनी होगी. अगर ऐसा नहीं हुआ, तो वो दिन दूर नहीं जब पानी के लिए युद्ध छिड़ जाएगा. एक ओर पेड़ों की कटाई और जंगल का सफाया होता जा रहा है. दूसरी ओर अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. अभी समय है अगर हम पौधों की चिंता करें, इसकी पूजा करें तो कई समस्याओं का समाधान हो सकता है.

Intro:जमशेदपुर । बिहार के ग्रामीण विकास एवं संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने झारखंड के कुङमियो को आदिवासी का दर्जा देने का वकालत की है। उन्होंने कहा कि झारखंड में सीएनटी एक्ट लागू है ।जिसमें 54 जाति को शामिल किया गया है। इसमें कुर्मी भी एक है। इन सब को इंसाफ मिलना चाहिए तथा इस एक्ट के दायरे में आने वाले सभी जाति की एक समान अधिकार मिलना चाहिए ।दूसरी जाति को जो अधिकार मिला है ।कुङमियो को इसमें वंचित नहीं किया जाना चाहिए। वह गोपाल मैदान में आयोजित करम महोत्सव में भाग लेने आए हुए थे ।मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि झारखंड के लोग शुरू से ही प्राकृतिक पूजक रहे हैं ।पुरवज जानते थे कि समाज में पेड़ पौधों की संख्या कम होगी तो इसका खराब असर हमारे जीवन पर होगा। इसलिए उन्होंने पौधों को संस्कृति और परंपरा के साथ जोड़ा यही कारण है कि झारखंड के अधिकतर पर्व त्यौहार मे पेड़-पौधों नदी आदि से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि आज पूरी दुनिया जलवायु परिवर्तन से चिंतित है। इस मुकाबले के लिए एक ही उपाय है कि हमें पौधों का बचाव करना होगा तथा इसकी पूजा करनी होगी। अगर ऐसा ना हुआ तो वह दिन दूर नहीं जब पानी के लिए युद्घ छिङ जाएगा।। एक और पेड़ों की कटाई और जंगल का सफाया होता जा रहा है दूसरी और अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है ।अभी समय है अगर हम पौधों को चिंता करें इसकी पूजा करें तो कई समस्या का समाधान हो सकता है। मौके पर अतिथियों का कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष से प्रसाद पुलिस स्टेशन के जिला सचिव संतोष ठाकुर आदि मौजूद थे इस दौरान झारखंड सहित उड़ीसा और पश्चिम बंगाल की टीम ने कई कर्म झूमर और जावा गीत प्रस्तुत किए जो आकर्षण का केंद्र रहा।
बाईट -श्रवण कुमार


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