जमशेदपुर: पूर्वी के निर्दलीय विधायक सरयू राय ने एक बार फिर लौह अयस्क के अवैध खनन को लेकर मुख्यमंत्री रघुवर दास पर हमला बोला है. विधायक सरयू राय ने लौह अयस्क के अवैध खनन मामले में गठित शाह आयोग की रिपोर्ट के बावजूद पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास की ओर से कार्रवाई नहीं किए जाने का आरोप लगाया. इस संबंध में उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को शिकायती पत्र लिखकर पूरे मामले और पूर्व मुख्यमंत्री की भूमिका की जांच की मांग की है. विधायक सरयू राय ने अपने पत्र में लिखा है कि विगत 5 सालों में झारखंड में हुए लौह अयस्क के अवैध खनन की जांच करने और एमबी शाह आयोग की ओर से अवैध खनन पर लगाए गए अरबों रुपये के जुर्माना को जान बूझकर नहीं वसूलने में तत्कालीन सरकार और तत्कालीन महाधिवक्ता की जांच कराएं.
आयोग ने अपने प्रतिवेदन में चिंता व्यक्त की थी कि यदि खनन पट्टों की सूची और खनन की रफ्तार ऐसे चलती रही तो राज्य में लौह अयस्क भंडार अगले 43 सालों में समाप्त हो जाएगा और सारंडा का प्रसिद्ध साल वन उजड़ जाएगा. शाह आयोग ने आगे की जांच करने की कुछ जिम्मेदारी को झारखंड सरकार पर छोड़ दिया था. 2014-19 के बीच झारखंड सरकार को यह जिम्मेदारी निभानी थी. उनका आरोप है कि तत्कालीन सरकार ने ऐसा नहीं किया. इससे अवैध खनन को प्रोत्साहन मिलता रहा.
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एसआईटी के गठन की मांग
सरयू राय मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि मामले की गहन जांच के लिए एक उच्चस्तरीय एसआईटी गठित की जाय ताकि प्राकृतिक संसाधनों के साथ ना इंसाफी करने वालों और राज्य और राज्य की जनता का हक मारने वाले दोषियों को विधि के अनुरूप दंडित किया जा सके.