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निलंबित थाना प्रभारी का खूनी खेल, पत्नी समेत तीन पर दागी गोलियां 1 की मौत

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Published : Jul 27, 2019, 12:54 PM IST

जमशेदपुर में सब इंस्पेक्टर मनोज गुप्ता ने आपसी विवाद को लेकर पत्नी सहित तीन लोगों को गोली मार दी. सीसीटीवी मे आरोपी के भागने का वीडियो रिकॉर्ड हुआ. इस वारदात में एक की मौत हो गई, जबकि दो की हालत गंभीर बनी हुई है.

जांच करते पुलिस अधिकारी

जमशेदपुर: पश्चिमी सिंहभूम जिले के गुदड़ी थाना प्रभारी मनोज गुप्ता ने शुक्रवार को कागलनगर स्थित नौलखा अपार्टमेंट के फ्लैट में अपनी पत्नी पूनम गुप्ता, उसके मुंहबोले भाई चंदन कुमार और उसकी मां की गोली मार दी. इस घटना में चंदन की मां की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उनकी पत्नी पूनम गुप्ता और चंदन कुमार की स्थिति गंभीर बनी हुई है.

देखें पूरी खबर

आरोपी थाना प्रभारी को एसपी इंद्रजीत माहथा ने 22 जुलाई को ही निलंबित कर दिया था. उनकी गिरफ्तारी के लिए चक्रधरपुर एसडीपीओ और सोनुआ थाना प्रभारी के नेतृत्व में टीम गठित की थी. लेकिन गिरफ्तारी से पहले ही वे बिना किसी आवेदन के फरार हो गए थे.

समझौता करने के लिए पत्नी को बुलाया था
मनोज गुप्ता की बेटी ने बताया कि केस करने के बाद वह और उसकी मां पूनम गुप्ता पटना अपने भाई के पास चली गई थी. लेकिन पुलिस विभाग के कुछ अधिकारियों के दबाव में वह शुक्रवार को चंदन और उसकी मां सीमा देवी के साथ जमशेदपुर आई थी. उसी बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया. इसे लेकर मनोज गुप्ता कमरे में गए और सर्विस रिवाल्वर निकालकर फायर कर दिया. तीनों को आनन-फानन में अस्पताल लाया गया, जहां सीमा देवी को डॉक्टरों नें मृत घोषित कर दिया.

ये भी पढ़ें- PM मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट को मुंह चिढ़ा रहा यह शहर, अधर में लटकी करोड़ों की योजना

सीसीटीवी मे कैद हुई तस्वीर
सब इंस्पेक्टर मनोज गुप्ता सोनारी के नौलक्खा अपार्टमेंट में तीसरे तल्ले में रहते थे. घटना को अंजाम देने के बाद मनोज दरवाजा खोल कर जल्दवाजी में सीढ़ी से नीचे उतर कर भागे. इसी दौरान लिफ्ट के बगल में खड़े दो व्यक्तियों ने उन्हे आश्चर्य से देखा. एक व्यक्ति ने उनसे कुछ पूछना भी चाहा, लेकिन मनोज किसी को कुछ बताए बगैर वहां से भाग निकले. यह दृश्य अपार्टमेंट में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया.

पूनम गुप्ता ने चौथी बार कराया था मामला दर्ज
सब इस्पेक्टर मनोज गुप्ता का अपनी पत्नी सहित बच्चों के साथ भी व्यवहार अच्छा नहीं था. वे बेवजह बच्चों के सामने ही पत्नी को मारा-पीटा करते थे. कई बार अपने सर्विस रिवाल्वर से मनोज गुप्ता ने अपने बेटी को भी मारने की धमकी दी थी. परिजनों ने बताया कि वे तीन बार मनोज गुप्ता की शिकायत करने थाने जा चुके हैं लेकिन चौथी बार जब उसने घटना को अंजाम दिया तो सोनारी थाना में मामला दर्ज कर पूनम गुप्ता पटना चली गई थी.

एसपी ने 22 जुलाई को ही किया था निलंबित
बताया जाता है कि सब इंस्पेक्टर मनोज गुप्ता की पत्नी पुनम गुप्ता के साथ कई सालों से अनबन चल रहा था और दोनों के बीच मामला न्यायालय में था. मामले को लेकर न्यायालय द्वारा मनोज के गिरफ्तारी का वारंट भी निकल चुका था. गिरफ्तारी नहीं होने के कारण कोर्ट ने उसके घर की कुर्की जब्ती करने का आदेश भी जारी किया था.

उसके बाद पश्चिम सिंहभूम के एसपी इंद्रजीत माहथा को 22 जुलाई को पूर्वी सिंहभूम जिला से वारंट प्राप्त हुआ था. पत्र प्राप्त होते ही चाईबासा एसपी ने मनोज गुप्ता को निलबिंत कर दिया था. उनकी गिरफ्तारी के लिए चक्रधरपुर एसडीपीओ और सोनुआ थाना प्रभारी के नेतृत्व में टीम गठित की गई थी लेकिन गिरफ्तारी से पहले ही वे बिना किसी आवेदन के फरार हो गए थे.

जमशेदपुर: पश्चिमी सिंहभूम जिले के गुदड़ी थाना प्रभारी मनोज गुप्ता ने शुक्रवार को कागलनगर स्थित नौलखा अपार्टमेंट के फ्लैट में अपनी पत्नी पूनम गुप्ता, उसके मुंहबोले भाई चंदन कुमार और उसकी मां की गोली मार दी. इस घटना में चंदन की मां की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उनकी पत्नी पूनम गुप्ता और चंदन कुमार की स्थिति गंभीर बनी हुई है.

देखें पूरी खबर

आरोपी थाना प्रभारी को एसपी इंद्रजीत माहथा ने 22 जुलाई को ही निलंबित कर दिया था. उनकी गिरफ्तारी के लिए चक्रधरपुर एसडीपीओ और सोनुआ थाना प्रभारी के नेतृत्व में टीम गठित की थी. लेकिन गिरफ्तारी से पहले ही वे बिना किसी आवेदन के फरार हो गए थे.

समझौता करने के लिए पत्नी को बुलाया था
मनोज गुप्ता की बेटी ने बताया कि केस करने के बाद वह और उसकी मां पूनम गुप्ता पटना अपने भाई के पास चली गई थी. लेकिन पुलिस विभाग के कुछ अधिकारियों के दबाव में वह शुक्रवार को चंदन और उसकी मां सीमा देवी के साथ जमशेदपुर आई थी. उसी बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया. इसे लेकर मनोज गुप्ता कमरे में गए और सर्विस रिवाल्वर निकालकर फायर कर दिया. तीनों को आनन-फानन में अस्पताल लाया गया, जहां सीमा देवी को डॉक्टरों नें मृत घोषित कर दिया.

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सीसीटीवी मे कैद हुई तस्वीर
सब इंस्पेक्टर मनोज गुप्ता सोनारी के नौलक्खा अपार्टमेंट में तीसरे तल्ले में रहते थे. घटना को अंजाम देने के बाद मनोज दरवाजा खोल कर जल्दवाजी में सीढ़ी से नीचे उतर कर भागे. इसी दौरान लिफ्ट के बगल में खड़े दो व्यक्तियों ने उन्हे आश्चर्य से देखा. एक व्यक्ति ने उनसे कुछ पूछना भी चाहा, लेकिन मनोज किसी को कुछ बताए बगैर वहां से भाग निकले. यह दृश्य अपार्टमेंट में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया.

पूनम गुप्ता ने चौथी बार कराया था मामला दर्ज
सब इस्पेक्टर मनोज गुप्ता का अपनी पत्नी सहित बच्चों के साथ भी व्यवहार अच्छा नहीं था. वे बेवजह बच्चों के सामने ही पत्नी को मारा-पीटा करते थे. कई बार अपने सर्विस रिवाल्वर से मनोज गुप्ता ने अपने बेटी को भी मारने की धमकी दी थी. परिजनों ने बताया कि वे तीन बार मनोज गुप्ता की शिकायत करने थाने जा चुके हैं लेकिन चौथी बार जब उसने घटना को अंजाम दिया तो सोनारी थाना में मामला दर्ज कर पूनम गुप्ता पटना चली गई थी.

एसपी ने 22 जुलाई को ही किया था निलंबित
बताया जाता है कि सब इंस्पेक्टर मनोज गुप्ता की पत्नी पुनम गुप्ता के साथ कई सालों से अनबन चल रहा था और दोनों के बीच मामला न्यायालय में था. मामले को लेकर न्यायालय द्वारा मनोज के गिरफ्तारी का वारंट भी निकल चुका था. गिरफ्तारी नहीं होने के कारण कोर्ट ने उसके घर की कुर्की जब्ती करने का आदेश भी जारी किया था.

उसके बाद पश्चिम सिंहभूम के एसपी इंद्रजीत माहथा को 22 जुलाई को पूर्वी सिंहभूम जिला से वारंट प्राप्त हुआ था. पत्र प्राप्त होते ही चाईबासा एसपी ने मनोज गुप्ता को निलबिंत कर दिया था. उनकी गिरफ्तारी के लिए चक्रधरपुर एसडीपीओ और सोनुआ थाना प्रभारी के नेतृत्व में टीम गठित की गई थी लेकिन गिरफ्तारी से पहले ही वे बिना किसी आवेदन के फरार हो गए थे.

Intro:कई वर्षो से विवाद में चल रहा था सबइस्पेक्टर मनोज गुप्ता का परिवार
जमशेदपुर।
पश्चिमी सिंहभूम जिले के गुदड़ी थाना प्रभारी मनोज गुप्ता द्वारा आज सुबह जमशेदपुर के कागलनगर स्थित नौलखा अपार्टमेंट फ्लैट में अपनी पत्नी पूनम गुप्ता उसके बॉयफ्रेंड पटना निवासी चंदन कुमार और उसकी मां की को गोली मार दी। आरोपी थाना प्रभारी की पत्नी के बॉयफ्रेंड चंदन कुमार की मां की मौके पर ही मौत हो गई उनकी पत्नी पूनम गुप्ता और चंदन कुमार का जमशेदपुर के टीएमएच में इलाजरत है जहां उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है ।आरोपी थाना प्रभारी को 22 जुलाई को ही एसपी इंद्रजीत माहथा ने मामला सामने आने के बाद निलंबित कर दिया था और उनकी गिरफ्तारी के लिए चक्रधरपुर एसडीपीओ और सोनूवा थाना प्रभारी, अंचल निरीक्षक के नेतृत्व में टीम गठित की थी मगर गिरफ्तारी से पूर्व ही वह बिना किसी आवेदन के फरार हो गए थे और आज इस तरह की घटना को अंजाम दिया
समझौता करने के लिए पत्नी को बुलाया था
मनोज गुप्ता के बेटी के अनुसार केस करने के बाद वह उसकी पूनम गुप्ता पटना अपने मुहबोले भाई के पास चली गई थी। कुछ पुलिस विभाग के अधिकारी के दबाब में वह आज सुबह चंदन और उसकी मां सीमा देवी के साथ जमशेदपुर आई। घर मे सभी लोग फ्रेश हो रहे थे। उसी बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया।उसी विवाद में मनोज गुप्ता कमरे में गए । और सर्विस रिवाल्वर निकाल कर फाय़र कर दिया।इस दौरान पुनम गुप्ता, चंदन और उसकी मां घायल हो गई। तीनो को अस्पताल लाया गया .जहां सीमा देवी को डॉक्टरो नें मृत घोषित कर दिया।
भागते हुए सी सी टी वी मे कैद
सबइस्पेक्टर मनोज गुप्ता सोनारी के नौलख्खा अपार्टमेंट में तीसरे तल्ले में रहते थे. घटना का अंजाम देने के बाद मनोज दरवाजा खोल कर सीधे बाहर निकले । और सीधे लिफ्ट का उपयोग न कर उसने सीधे सीढी का सहारा लेकर नीचे उतरे। जिस तरह वे भागते हुए सीढी से वे नीचे उतरे । लिफ्ट के बगल में खड़े दो व्यक्तियों ने उन्हे आश्चर्य से देखा एक व्यक्ति ने उनसे कुछ पुछना भी चाहा । लेकिन मनोज ने किसी को कुछ बताए भाग गए। यह दृश्य अपार्टमेंट में लगे सीसीटीवी कैमरा मे कैद हो गया।Body:चौथी बार में मामला दर्ज कराई पूनंम गुप्ता ने
सबइस्पेक्टर मनोज गुप्ता अपनी पत्नी सहित बच्चो के साथ व्यवहार अच्छा नही करते थे। अकारण ही बच्चो के सामने ही पत्नी को मारना पीटना करते थे।वही चुकी बेटा बड़ा हो जाने के कारण वह इस मारपीट का हमेशा विरोध करता था।कई बार अपने सर्विस रिवाल्वर से मनोज गुप्ता ने भी उसे भी धमकी दी है। परिजनो के मुताबिक मनोज गुप्ता की शिकायत करने वे लोग तीन बार थाना जा चुके है। लेकिन तीनो बार समझाने बुझाने के बाद हमलोग वापस आ जाते थे। लेकिन चौथी बार जब उसने घटना को अंजाम दिया तो सोनारी थाना में मामला दर्ज कर पूनम गुप्ता पटना चली गई।
चाईबासा एस पी ने 22 जूलाई को ही किया था निलबिंत
बताया जाता है कि सब इस्पेक्टर मनोज गुप्ता की पत्नी पुनम गुप्ता के साथ कई सालो से अनबन चल रहा था। और दोनो के बीच मामला न्यायालय में था। इधर न्यायालय ने मनोज का गिरफ्तारी का वारंट भी निकल चुका था।गिरफ्तारी नही होने के कारण कोर्ट ने उसके घर की कुर्की जब्ती करने का आदेश निर्गत किया गया। उसी के आलोक में उसे पश्छिन सिहभूम के एस पी इन्द्जीत मेहथा को 22 जूलाई को पुर्वी सिहभूम जिला से वारंट प्राप्त हुआ। पत्र का प्राप्त होते ही एस पी चाईबासा ने मनोज गुप्ता को निलबिंत कर दिया था। उनकी गिरफ्तारी के लिए चक्रधरपुर एसडीपीओ और सोनूवा थाना प्रभारी, अंचल निरीक्षक के नेतृत्व में टीम गठित की थी मगर गिरफ्तारी से पूर्व ही वह बिना किसी आवेदन के फरार हो गए थे ।लेकिन वह 19 जूलाई को ही छुट्टी लेकर फऱार हो गया था।चाईबासा एस पी अनुसार मनोज की गिरफ्तारी के लिए अभी प्रयास जारी है।
Conclusion:Na
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