जमशेदपुर: झारखंड पंचायत चुनाव में अब शिक्षित प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं. जमशेदपुर प्रखंड में एक ऐसी महिला प्रत्याशी जो उच्च शिक्षा प्राप्त कर विदेशों में व्यख्यान कर अब जनता की विकास के लिए पंचायत चुनाव लड़ रही है. लोगों का कहना है अब समय बदल गया है शिक्षित प्रत्याशी से उन्हें काफी उम्मीदें हैं.
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झारखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में सरकार ने महिलाओं को प्रथमिकता दी है. चुनावी मैदान में महिला प्रत्याशी जनता के बीच जाकर क्षेत्र के विकास के लिए वोट मांग रही हैं. चुनावी मैदान में घरेलू महिलाओं के अलावा सामाजिक कार्य करने वाली राजनीति से जुड़ी महिलाएं भी अलग-अलग पद के लिए चुनाव लड़ रहीं हैं. वहीं, बदलते समय मे अब उच्च शिक्षा में डिग्री प्राप्त महिलाएं भी इस चुनाव में खड़ी हैं. जनता को ऐसे प्रत्याशियों से काफी उम्मीदें हैं.
लोकतंत्र में चुनाव लड़ने का हर नागरिक को अधिकार है. आम जनता का कहना है शिक्षित प्रत्याशी ही क्षेत्र और समाज का बेहतर विकास कर सकते हैं. शिक्षित होने के कारण वे आम जनता की समस्या को सरकार प्रशासन के समक्ष बेहतर तरीके से रख सकते हैं. अब पढ़े लिखे शिक्षित लोगों को चुनाव लड़ना चाहिए जिससे लोकतंत्र और मजबूत हो.
इधर, जमशेदपुर प्रखंड अंतर्गत रहने वाली पर्यावरण विज्ञान में पीएचडी और विदेशों में कई विषयों में व्यख्यान में शामिल होने वाली शिक्षाविद महिला भी पंचायत चुनाव में खड़ी हैं और जनता के बीच जाकर समर्थन मांग रही है. डॉक्टरेट की उपाधि लेने वाली महिला प्रत्याशी जल संरक्षण पर शोध कर रही हैं उनका कहना है आम जनता के विकास के लिए वे पंचायत चुनाव में भागीदारी निभा रही हैं. पानी, बिजली, सड़क जैसी बुनियादी समस्या हैं आज समाज के कई युवा भटक गए हैं छोटे छोटे बच्चे भी नशे की गिरफ्त में हैं. उन्हें बदलना एक चुनौती है जिसपर काम करने की जरूरत है. इसके अलावा क्षेत्र के गरीब परिवार के बच्चों को शिक्षित करना बड़ी जिम्मेदारी है.