जमशेदपुर: छठ पर्व मनाने के लिए बिहार जाने वाले यात्रियों को रेल विभाग द्वारा नई ट्रेन नहीं मिलने से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. एसी से लेकर स्लीपर और जनरल बोगी तक खड़े होकर यात्री सफर करने को मजबूर हैं. इसको लेकर टिकटों की कालाबाजारी भी जोरों पर है.
छठ पूजा मनाने के लिए जमशेदपुर से बिहार और उत्तर प्रदेश जाने वाले यात्रियों को ट्रेन में जगह नहीं मिलने पर खड़े होकर सफर करना पड़ रहा है. ट्रेन में गार्ड रूम के अलावा पार्सल वाली बोगी में यात्री बैठकर छठ मनाने जा रहे हैं. महीनों पहले आरक्षित टिकट लेने के बाद भी यात्री असुविधा में यात्रा कर रहे हैं. एक सीट पर 5 यात्री और कोच के गेट के पास बैठकर जान जोखिम में डाल यात्रा कर रहे हैं. वहीं, कुछ यात्री जगह नहीं मिलने के कारण अपने परिवार के सदस्य को अपनी गोद में बिठाकर सफर करने को विवश हैं.
गौरतलब है कि हर साल छठ पर्व के मौके पर चक्रधरपुर रेल मंडल द्वारा बिहार जाने वाली ट्रेन में दो से तीन अतिरिक्त कोच लगाए जाते थे, जबकि इस बार टाटा छपरा टाटा दानापुर और बिहार होकर जाने वाली जालियांवाला बाग एक्सप्रेस में सिर्फ एक-एक कोच अतिरिक्त लगाया गया है. वहीं, 1 नवंबर को सतरागाछी से बरौनी तक एक स्पेशल ट्रेन चलाने की घोषणा की गई. भीड़ को देखते हुए आरक्षित टिकट की कालाबाजारी भी जारी है. किसी दूसरे के नाम की टिकट पर कोई और सफर कर रहा है.
ट्रेन में सफर करने वाले यात्री अपनी पीड़ा बताते हुए कहते हैं कि एक महीना पहले आरक्षित टिकट लेने के बावजूद खड़े होकर जाना पड़ रहा है. कंफर्म टिकट के लिए कालाबाजारी जारी है. रेल प्रशासन को इस पर ध्यान देना चाहिए.
टिकट की कालाबाजारी के साथ-साथ चोर पर नजर बनाए रखने के लिए रेल पुलिस सादे लिबास में प्लेटफार्म और आरक्षण केंद्र में तैनात है. टाटानगर रेलवे प्रभारी सुरजा सुंडी ने बताया कि भीड़ होने पर मोबाइल और बैग चोरी की घटना बढ़ती है, जिसे रोकने के लिए सादे लिबास में रेल पुलिस जगह-जगह तैनात है. उन्होंने बताया कि टिकट की कालाबाजारी ना हो इसके लिए टिकट काउंटर और आस-पास के इलाके में रेल पुलिस नजर बनाए हुए है.