पुडुचेरी: पुडुचेरी में चक्रवात फेंगल से तबाही के बीच मंगलवार (3 दिसंबर) को सभी सरकारी और निजी स्कूलों के साथ-साथ कॉलेजों में भी छुट्टी की घोषणा की गई है. कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हैं. सेना राहत बचाव अभियान में जुटी है. सरकार भारी बारिश से हुए नुकसान का आकलन करने में जुटी है. इस संबंध में केंद्र सरकार से राहत मांगी जाएगी.
पुडुचेरी के शिक्षा मंत्री ए नमाचिवायम ने कहा कि चक्रवात फेंगल के कारण भारी बारिश के कारण मंगलवार को सभी शिक्षण संस्थानों में छुट्टी की घोषणा की गई है. इस बीच, पुडुचेरी सरकार ने चक्रवात फेंगल से प्रभावित सभी राशन कार्डधारकों को 5,000 रुपये की राहत सहायता प्रदान करने की घोषणा की है.
मुख्यमंत्री एन रंगास्वामी ने सोमवार को इसकी जानकारी दी. रंगास्वामी ने संवाददाताओं से कहा, 'चक्रवात फेंगल के कारण पुडुचेरी में 48फीसदी बारिश हुई. ये अप्रत्याशित थी. सरकार ने ऐसे लोगों को जिन्हें चक्रवात से नुकसान पहुंचा है उन्हें 5,000 रुपये की राहत सहायता प्रदान करने का निर्णय लिया है.'
उन्होंने कहा, 'इसके अलावा, भारी वर्षा के कारण पुडुचेरी राज्य में 10,000 हेक्टेयर फसलें बर्बाद हो गई. प्रभावित किसानों को प्रति हेक्टेयर 30,000 रुपये देने का फैसला किया है. चक्रवात फेंगल ने पुडुचेरी और तमिलनाडु में तबाही मचा दी है. हाल ही में आई बाढ़ से 50 नावें क्षतिग्रस्त हो गई हैं और सरकार ने उनकी मरम्मत के लिए 10,000 रुपये के राहत पैकेज की घोषणा की है.'
चक्रवात के कारण उत्तरी तमिलनाडु और पुडुचेरी के तटीय क्षेत्रों में अत्यधिक भारी वर्षा हुई. पुडुचेरी में शंकरपरानी नदी विशेष रूप से प्रभावित हुई, जहां एनआर नगर में 200 से अधिक घर पानी में डूब गए. इस क्षेत्र में रहने वाले लोग फंसे हुए हैं. सेना और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) बचाव कार्यों में सक्रिय रूप से शामिल हैं. बाढ़ग्रस्त सड़कों पर आवागमन और प्रभावित निवासियों को निकालने के लिए नावें तैनात की गई हैं.
बता दें कि चक्रवात फेंगल के चलते केंद्र शासित प्रदेश में भारी हुई. कई इलाके जलमग्न हो गए. स्कूल, कॉलेज बंद कर दिए गए. हालात बिगड़ने पर सेना को बुलाया गया. इस बीच बारिश से जुड़ी घटनाओं को लेकर चार लोगों की मौत की खबर है.