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कोरोना की मार: दिवाली पर फीका रहा पेंट कारोबार, संक्रमण के खौफ में नहीं कराई लोगों ने पुताई

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Published : Nov 14, 2020, 5:28 AM IST

कोरोना संक्रमण का असर देश के बड़े उद्योगों से लेकर छोटे कारोबार पर भी पड़ा है. दिवाली में रंगों से घरों को सजाने वाले दुकानदारों के कारोबार पर कोरोना का असर देखने को मिला है. दिवाली में करोड़ों का कारोबार होता था, जो इस साल आधे पर सिमट कर रह गया है.

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दिवाली पर फीका रहा पेंट कारोबार

जमशेदपुर: कोरोना वायरस का असर देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ा है. लॉकडाउन के बाद बाजार खुलने के बाद भी आर्थिक स्थिति नहीं सुधरी है. दिवाली में रंगों से घरों को सजाने वाले दुकानदारों के कारोबार पर कोरोना का असर देखने को मिला है. आम जनता का कहना है कि कोरोना के कारण और आर्थिक कमी से घर का रंग रोगन नहीं करा सके, जबकि दुकानदार बताते हैं कि दिवाली में करोड़ों का कारोबार होता था, जो इस साल आधे पर सिमट कर रह गया है.

देखें ये स्पेशल स्टोरी

कोरोना संक्रमण का असर देश के बड़े उद्योगों से लेकर छोटे कारोबार पर भी पड़ा है. 7 माह के लॉकडाउन के बाद बाजार खुलने के बाद भी त्योहारों के मौसम में बाजार पिछले साल की अपेक्षा कम रहा है. बड़े से लेकर छोटे कारोबारी त्योहारों के मौसम में पिछले साल की अपेक्षा इस साल मंदी की मार झेल रहे हैं. वहीं, कोरोना के कारण दीपावली पर्व से पूर्व घर मकान का रंग रोगन पिछले साल की तुलना में कम देखने को मिल रहा है. संक्रमण से बचने के लिए लोग काम करने वाले मजदूरों को घर के अंदर लाना नहीं चाहते हैं. साथ ही 7 माह के लॉकडाउन के कारण भी घर मकान को खूबसूरत रंगों से सजाने का काम नहीं हो पाया है.

ये भी पढ़ें- भगवान बिरसा का "उलिहातू", सड़कों की बदली तस्वीर, पर नहीं बदली लोगों की तकदीर


पेंट नहीं कराने का अफसोस
रंग रोगन कराने वालों में जिन्होंने नया मकान बनाया है, वैसे लोग शामिल हैं. जबकि अधिकतर मकान बनकर तैयार हैं, जिन्हें कोरोना के कारण पेंट नहीं किया गया. लोगों का कहना है कि लॉकडाउन के साथ कोरोना के कारण इस साल घर का पेंट नहीं कराया है. जब कोरोना का असर कम होगा और वैक्सीन आने के बाद आने वाले साल में घर का रंग रोगन किया जाएगा. अपने पुराने मकान का प्रतिवर्ष रंग रोगन कराने वाले रंजीत पांडेय बताते हैं कि इस साल दिवाली में मकान का रंग नहीं कराने का अफसोस है, लेकिन संक्रमण से बचना भी जरूरी है.

1 हजार पेंट्स दुकानदार

जमशेदपुर में अलग-अलग ब्रांड के पेंट्स के कारोबार का बड़ा बाजार है. पूर्वी सिंहभूम में 1हजार के लगभग पेंट्स के दुकानदार हैं, जिनमें जमशेदपुर शहर में 500 के लगभग पेंट्स के कारोबारी हैं. समय के साथ साथ पेंट्स का स्वरुप बदला है.

करोड़ों का कारोबार प्रभावित

पिछले साल 2019 में 200 करोड़ रुपये का कारोबार दीपावली से पहले हुआ था. 30 साल से पेंट्स का कारोबार करने वाले दुकानदार विशाल बताते हैं कि इस साल नए कस्टमर आये हैं, जिन्होंने नया मकान बनाया है या मरम्मत कराई है. पुराने कस्टमर इस बार नहीं आये हैं. दुकानदार उत्कर्ष कुमार बताते हैं कि छोटे दुकानदार दिवाली में 5 से 10 लाख का कारोबार करते थे. इस साल व्यापार आधे पर सिमट कर रह गया है.

जमशेदपुर: कोरोना वायरस का असर देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ा है. लॉकडाउन के बाद बाजार खुलने के बाद भी आर्थिक स्थिति नहीं सुधरी है. दिवाली में रंगों से घरों को सजाने वाले दुकानदारों के कारोबार पर कोरोना का असर देखने को मिला है. आम जनता का कहना है कि कोरोना के कारण और आर्थिक कमी से घर का रंग रोगन नहीं करा सके, जबकि दुकानदार बताते हैं कि दिवाली में करोड़ों का कारोबार होता था, जो इस साल आधे पर सिमट कर रह गया है.

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कोरोना संक्रमण का असर देश के बड़े उद्योगों से लेकर छोटे कारोबार पर भी पड़ा है. 7 माह के लॉकडाउन के बाद बाजार खुलने के बाद भी त्योहारों के मौसम में बाजार पिछले साल की अपेक्षा कम रहा है. बड़े से लेकर छोटे कारोबारी त्योहारों के मौसम में पिछले साल की अपेक्षा इस साल मंदी की मार झेल रहे हैं. वहीं, कोरोना के कारण दीपावली पर्व से पूर्व घर मकान का रंग रोगन पिछले साल की तुलना में कम देखने को मिल रहा है. संक्रमण से बचने के लिए लोग काम करने वाले मजदूरों को घर के अंदर लाना नहीं चाहते हैं. साथ ही 7 माह के लॉकडाउन के कारण भी घर मकान को खूबसूरत रंगों से सजाने का काम नहीं हो पाया है.

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पेंट नहीं कराने का अफसोस
रंग रोगन कराने वालों में जिन्होंने नया मकान बनाया है, वैसे लोग शामिल हैं. जबकि अधिकतर मकान बनकर तैयार हैं, जिन्हें कोरोना के कारण पेंट नहीं किया गया. लोगों का कहना है कि लॉकडाउन के साथ कोरोना के कारण इस साल घर का पेंट नहीं कराया है. जब कोरोना का असर कम होगा और वैक्सीन आने के बाद आने वाले साल में घर का रंग रोगन किया जाएगा. अपने पुराने मकान का प्रतिवर्ष रंग रोगन कराने वाले रंजीत पांडेय बताते हैं कि इस साल दिवाली में मकान का रंग नहीं कराने का अफसोस है, लेकिन संक्रमण से बचना भी जरूरी है.

1 हजार पेंट्स दुकानदार

जमशेदपुर में अलग-अलग ब्रांड के पेंट्स के कारोबार का बड़ा बाजार है. पूर्वी सिंहभूम में 1हजार के लगभग पेंट्स के दुकानदार हैं, जिनमें जमशेदपुर शहर में 500 के लगभग पेंट्स के कारोबारी हैं. समय के साथ साथ पेंट्स का स्वरुप बदला है.

करोड़ों का कारोबार प्रभावित

पिछले साल 2019 में 200 करोड़ रुपये का कारोबार दीपावली से पहले हुआ था. 30 साल से पेंट्स का कारोबार करने वाले दुकानदार विशाल बताते हैं कि इस साल नए कस्टमर आये हैं, जिन्होंने नया मकान बनाया है या मरम्मत कराई है. पुराने कस्टमर इस बार नहीं आये हैं. दुकानदार उत्कर्ष कुमार बताते हैं कि छोटे दुकानदार दिवाली में 5 से 10 लाख का कारोबार करते थे. इस साल व्यापार आधे पर सिमट कर रह गया है.

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