जमशेदपुर: आजकल कोई भी चर्चा युवा से होकर ही आगे गुजरती है. चर्चा का महत्व तभी होता है जब उसमें युवाओं के लिए बात होती है. हर नेता की रैली में युवा और हर नेता की जुबान पर भी युवा शब्द ही होता है. झारखंड में इस समय विधानसभा चुनाव का माहौल है. इसी महौल में ईटीवी भारत की टीम ने लौहनगरी के को-ऑपरेटिव कॉलेज में युवा से जाना कि आखिर मतदान क्यों जरूरी है?
130 करोड़ वाले इस देश की आबादी में 90 करोड़ लोगों के पास वोटर आईडी कार्ड है. शहरी क्षेत्र में आए दिन मतदान का आंकड़ा 50 फीसदी तक होता है. कई लोग यह भी आरोप लगाते हैं कि नेता लोगों की बात नहीं सुनते हैं. मतदान नहीं करने से किसी भी दूसरे जनप्रतिनिधि को चुना जा सकता था, लेकिन लोग वोट देने से बचते हैं. मतदान लोगों की हक के लिए और सरकार को चुनने के लिए भी जरूरी है. मतदान की प्रक्रिया से सही प्रतिनिधि को चुना जा सकता है.
सत्ता और प्रशासनिक अधिकारियों की शिकायत जनप्रतिनिधि से की जा सकती है. 5 सालों के लिए ऐसे नेता और जनप्रतिनिधि को ढूंढना है. जो शिक्षा के क्षेत्र में छात्रों के हित में काम करे. मतदान करने से पहले युवाओं में ऐसा भी संकल्प होना चाहिए कि पहले सैकड़ों लोगों को मतदान करवाएं उसके बाद स्वयं मतदान करें. सरकार और देश में हो रही समस्याओं के अनुरूप जनप्रतिनिधि का चुनाव जो युवाओं के भविष्य की समस्याओं की बात कर सके.
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सरकार अपने प्रचार-प्रसार के लिए करोड़ों रुपए खर्च करती है, लेकिन युवाओं की शिक्षा और रोजगार पर ध्यान नहीं दिया जाता है. जनप्रतिनिधि और सरकार के अलावा कोई दूसरा युवाओं और छात्रों की समस्याओं पर सवाल नहीं उठाता. कोई ध्यान देने वाला भी नहीं होता है. इसलिए मतदान अति आवश्यक है. जिससे सरकार और उनके जनप्रतिनिधि का चुनाव स्वच्छ रूप में किया जा सकता है. मौलिक अधिकारों में शामिल मतदान का अधिकार है. लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए वोट देना अति आवश्यक है.