जमशेदपुर: सरायकेला में हुए मॉब लिंचिंग मामले में सरकार गंभीर है, लेकिन विपक्ष इसे अब मुद्दा बनाने की तैयारी में जुट गई है. झारखंड में मॉब लिंचिंग की घटना सरकार और प्रशासन के लिए चुनौती बन गयी है. झारखंड मुक्ति मोर्चा ने इस मामले में सरकार से कड़ी करवाई करने की मांग की है.
जेएमएम विधायक कुणाल षाड़ंगी ने कहा है कि मॉब लिंचिंग से पूरी दुनिया में झारखंड का नाम खराब हुआ है. जमशेदपुर में जेएमएम कार्यकर्ताओं के साथ चुनावी मुद्दों पर चर्चा करने पहुंचे बहरागोड़ा विधायक कुणाल षाड़ंगी ने झारखंड में बढ़ती मॉब लिंचिंग की घटना पर चिंता जताई है. विद्यायक ने कहा है कि मॉब लिंचिंग पर सरकार कड़ी से कड़ी कार्रवाई करे.
उन्होंने कहा कि यह सिर्फ लॉ एंड ऑर्डर का मामला नहीं है. ऐसे मामलों में समाज के किसी भी जाति-धर्म के लोग शामिल हों, उनपर तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए. किसी को भी कानून हाथ में लेने का अधिकार नहीं है. कुणाल ने कहा है कि मानसून सत्र खत्म होने के बाद जन मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाएंगे.
दरअसल, 18 जून 2019 को सरायकेला खरसांवा जिले के घातकीडीह गांव में भीड़ ने तबरेज अंसारी नामक 24 साल के एक युवक को चोरी के आरोप में पकड़ा. उन्हें बिजली के पोल से बांधकर पीटा. पुलिस ने उन्हें चोरी के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. तबीयत खराब होने पर उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी 22 जून को मौत हो गई थी.