जमशेदपुर: पोटका प्रखंड क्षेत्र के हाता विद्युत उपकेंद्र में काम करने वाले लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. मिस्त्री बताते हैं कि केंद्र से लगभग 40-60 किलोमीटर बिजली आपूर्ति की जाती है. उनका कहना है कि तार, खंभे और इंसुलेटर बहुत ही पुराने हैं जो आए दिन टूट कर गिर जाते हैं. ऐसे में समय-समय पर बिजली काट कर उन्हीं तार को जोड़कर कर काम चलाना पड़ता है. जिससे क्षेत्र के लोगों को बिजली उपलब्ध कराई जाती है. उपकेंद्र में बाउंड्री वॉल भी नहीं है. जिसके कारण कई समस्याएं उत्पन्न होती हैं.
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शॉट-सर्किट की होती है समस्या
वहीं, दूसरी ओर केंद्र में लगे विभाग के बड़े ट्रांसफार्मर और कल पुर्जे खुले मैदान में हैं. जिससे शॉट-सर्किट की संभावना बनी रहती है. बाउंड्री वॉल नहीं होने के कारण मवेशी अक्सर केंद्र में प्रवेश कर जाते हैं. शॉट-सर्किट होने से कई बार मवेशियों की मौत भी हो चुकी है.
बिजलीकर्मियों के लिए नहीं है कोई व्यवस्था
वहीं, केंद्र में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए भी उचित व्यवस्था नहीं है. सामानों को रखने के लिए भी कोई स्टोर रूम नहीं है. बिजलीकर्मियों का कहना है कि जांच करने आए उच्च अधिकारियों को इन समस्याओं से अवगत कराया गया है. लेकिन आश्वासन मिलने के अलावा कोई कार्रवाई नहीं की जाती है.