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9 साथियों के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद भय में एमजीएम अस्पताल की नर्स, स्वास्थ्य मंत्री से लगाई गुहार

जमशेदपुर के साकची क्षेत्र में स्थित कोल्हान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में नर्स का काम करने वाली 86 प्रशिक्षु छात्राएं भय के माहौल में हैं. बता दें कि 9 साथी कोरोना पॉजिटिव आई हैं. जिसके बाद वे डरी सहमी हैं.

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Published : Jul 29, 2020, 5:28 PM IST

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एमजीएम की नर्सें

जमशेदपुर: कोल्हान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एमजीएम में नर्स का काम करने वाली एमजीएम कॉलेज की छात्राओं ने कोविड-19 में काम करने के दौरान अपनी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चिंता जताई है. अस्पताल के अधीक्षक से मुलाकात कर अपनी समस्याओं से अवगत कराया है. प्रशिक्षु नर्सों ने बताया कि उनके 9 साथी कोरोना पॉजिटिव आए हैं. जिसके बाद उनका जांच नहीं कराया गया है, उनका जांच कर छुट्टी दी जाए. वहीं अस्पताल के अधीक्षक ने बताया कि कॉलेज के प्रिंसिपल से बात कर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

देखें पूरी खबर

भय के माहौल में छात्राएं
बता दें कि जमशेदपुर के साकची क्षेत्र में स्थित कोल्हान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में नर्स का काम करने वाली 86 प्रशिक्षु छात्राएं भय के माहौल में हैं. सभी एमजीएम कॉलेज की प्रथम और द्वितीय वर्ष की छात्राएं हैं, जो एमजीएम अस्पताल में नर्स की ट्रेनिंग में हैं.

ये भी पढ़ें- पीएम आवास की आस में मरा लाभुक, मौत के बाद खाते में आई पहली किश्त


कोविड 19 में इन छात्राओं ने अपना योगदान दिया है
छात्राओं ने अपनी समस्या से अस्पताल अधीक्षक को अवगत कराने के बाद अस्पताल परिसर में मीडिया से अपनी समस्याओं की जानकारी देते हुए बताया कि पिछले दिनों 9 छात्राएं कोरोना पॉजिटिव पाई गई हैं. जिन्हें आइसोलेशन वार्ड में नहीं रखा गया, न ही कोई सुविधा मुहैया कराई गई है. उन छात्राओं के संपर्क में आने वाली छात्राओं का कोरोना जांच नहीं कराया गया है. ऐसे में सभी छात्राएं भय के माहौल में हॉस्टल में रह रही हैं.

जांच की मांग

छात्राओं ने कहा कि उनका जांच कराकर जिनका रिपोर्ट नेगेटिव आता है, उन्हें छुट्टी दी जाए. जिससे वो अपने घर जा सकें. छात्राओं ने सुरक्षा के लिए दी जाने वाली सुविधाओं की जानकारी देते हुए कहा कि उन्हें समय पर मास्क और सेनेटाइजर के अलावा हैंड्स ग्लब्स भी उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है. छात्राओं ने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री से मामले को संज्ञान में लेकर कार्रवाई करने की अपील की है. जिससे छात्राएं सुरक्षित रहकर मेडिकल में अपना भविष्य बना सकें.

ये भी पढ़ें- मिट्टी का घर धंसने से मलबे में दबकर 10 साल के बच्चे की मौत, एक महिला की हालत गंभीर

'सारी सुविधाएं दी जा रही'

इधर, एमजीएम अस्पताल के अधीक्षक संजय कुमार ने बताया कि छात्राओं को सारी सुविधाएं दी जा रही हैं. ग्रुप वाइस उनका कोरोना जांच कराया जा रहा है. छात्राओं को छुट्टी की मांग पर अधीक्षक ने बताया कि एमजीएम कॉलेज के प्रिंसिपल से विचार विमर्श किया जाएगा.

जमशेदपुर: कोल्हान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एमजीएम में नर्स का काम करने वाली एमजीएम कॉलेज की छात्राओं ने कोविड-19 में काम करने के दौरान अपनी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चिंता जताई है. अस्पताल के अधीक्षक से मुलाकात कर अपनी समस्याओं से अवगत कराया है. प्रशिक्षु नर्सों ने बताया कि उनके 9 साथी कोरोना पॉजिटिव आए हैं. जिसके बाद उनका जांच नहीं कराया गया है, उनका जांच कर छुट्टी दी जाए. वहीं अस्पताल के अधीक्षक ने बताया कि कॉलेज के प्रिंसिपल से बात कर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

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भय के माहौल में छात्राएं
बता दें कि जमशेदपुर के साकची क्षेत्र में स्थित कोल्हान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में नर्स का काम करने वाली 86 प्रशिक्षु छात्राएं भय के माहौल में हैं. सभी एमजीएम कॉलेज की प्रथम और द्वितीय वर्ष की छात्राएं हैं, जो एमजीएम अस्पताल में नर्स की ट्रेनिंग में हैं.

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कोविड 19 में इन छात्राओं ने अपना योगदान दिया है
छात्राओं ने अपनी समस्या से अस्पताल अधीक्षक को अवगत कराने के बाद अस्पताल परिसर में मीडिया से अपनी समस्याओं की जानकारी देते हुए बताया कि पिछले दिनों 9 छात्राएं कोरोना पॉजिटिव पाई गई हैं. जिन्हें आइसोलेशन वार्ड में नहीं रखा गया, न ही कोई सुविधा मुहैया कराई गई है. उन छात्राओं के संपर्क में आने वाली छात्राओं का कोरोना जांच नहीं कराया गया है. ऐसे में सभी छात्राएं भय के माहौल में हॉस्टल में रह रही हैं.

जांच की मांग

छात्राओं ने कहा कि उनका जांच कराकर जिनका रिपोर्ट नेगेटिव आता है, उन्हें छुट्टी दी जाए. जिससे वो अपने घर जा सकें. छात्राओं ने सुरक्षा के लिए दी जाने वाली सुविधाओं की जानकारी देते हुए कहा कि उन्हें समय पर मास्क और सेनेटाइजर के अलावा हैंड्स ग्लब्स भी उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है. छात्राओं ने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री से मामले को संज्ञान में लेकर कार्रवाई करने की अपील की है. जिससे छात्राएं सुरक्षित रहकर मेडिकल में अपना भविष्य बना सकें.

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'सारी सुविधाएं दी जा रही'

इधर, एमजीएम अस्पताल के अधीक्षक संजय कुमार ने बताया कि छात्राओं को सारी सुविधाएं दी जा रही हैं. ग्रुप वाइस उनका कोरोना जांच कराया जा रहा है. छात्राओं को छुट्टी की मांग पर अधीक्षक ने बताया कि एमजीएम कॉलेज के प्रिंसिपल से विचार विमर्श किया जाएगा.

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