जमशेदपुर: वीमेंस कॉलेज में रविवार को एमबीए के नये बैच की छात्राओं के साथ प्राचार्य डॉ. शुक्ला मोहंती ने ऑनलाइन इंडक्शन बैठक की. उन्होंने छात्राओं को कहा कि यह आपदा का समय है. आपदा के समय में ही प्रबंधन कौशल की असली परीक्षा होती है. यह भी एक तथ्य है कि स्त्रियों को मनोवैज्ञानिक स्तर पर पुरुषों की अपेक्षा अधिक व्यवस्थित और प्रबंधकीय क्षमता से युक्त माना जाता है. इसलिए आप छात्राओं का यह दायित्व है कि स्वयं को और अपने परिवेश को प्रबंधकीय हुनर से विकसित करने में सहयोग करें.
उन्होंने छात्राओं से कहा कि विधिवत कक्षाएं 29 सितंबर से शुरू होंगी. रूटीन और अन्य जानकारी वेबसाइट पर उपलब्ध रहेगी. छात्राएं पढ़ाई के अलावा व्यक्तित्व विकास और कम्युनिकेशन स्किल बढ़ाने पर काम करें. इंटर्नशिप और ई लाइब्रेरी का उपयोग करें, भाषा पर ध्यान दें. यह प्रतिस्पर्धी समय है इसलिए खुद को विशेष रूप से दक्ष बनाएं. उन्होंने नव नामांकित छात्राओं को बेहिचक अपनी समस्याएं उनसे साझा करने के लिए कहा.
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उन्होंने बताया कि एमबीए का पूरा पाठ्यक्रम स्तरीय और उच्च मानक का है और एआईसीटीई से मान्यता प्राप्त है. उन्होंने विशेष तौर पर उल्लेख किया कि यह गौरव की बात है कि एमबीए का पहला दिन एक अंतरराष्ट्रीय वेबिनार से शुरू हो रहा है. इस अवसर पर एमबीए विभाग की समन्वयक डॉ दीपा शरण, डाॅ. श्वेता प्रसाद, डाॅ. केया बनर्जी, सुमन कुमार तिवारी सहित सभी शिक्षक-शिक्षिकाएं ऑनलाइन जुड़ी.