जमशेदपुर: देश में GST के प्रावधानों में समीक्षा की मांग को लेकर व्यापारिक संगठन कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स की ओर से किये गए भारत बंद का असर जमशेदपुर में भी देखने को मिला. कैट के राष्ट्रीय सचिव सुरेश सोंथालिया ने कहा कि जीएसटी में पिछले तीन सालों में 950 से ज्यादा संशोधन हो चुके हैं. जिसके कारण हर एक व्यवसायी परेशान है. जीएसटी को सरल बनाने के लिए सभी व्यापारिक संगठन ने एक दिवसीय बंद का आहवान किया है.
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व्यवसायिक क्षेत्र पूरी तरह बंद
देश में व्यवसायिक संगठन की ओर से जीएसटी के नियमों में सरलीकरण को लेकर लगातार मांग की जा रही है. सरकार को कई बार पत्र के जरिये मांगों से अवगत कराए जाने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई. यही कारण है कि देश में वस्तु एवं सेवा कर के प्रावधानों में समीक्षा की मांग को लेकर व्यापारिक संगठन कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स की ओर भारत बंद किया गया. जिसके तहत सभी व्यवसायिक क्षेत्र पूरी तरह बन्द रहे.
सभी ने किया बंद का समर्थन
भारत बंद का असर जमशेदपुर में भी देखने को मिला. सिंहभूम चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री सहित विभिन्न व्यापारिक संगठनों ने भी इस एक दिवसीय व्यापारिक बंदी में अपना समर्थन दिया और शहर के विभिन्न इलाकों में व्यापारियों ने अपनी-अपनी दुकाने बंद रखी. शहर के प्रमुख बाजार बिष्टुपुर, साकची में भी बंद का असर दिखा. सड़के सुनसान रहीं और व्यापारियों ने अपनी दुकानों के समक्ष मौजूद रहकर अपना विरोध जाताया. कुछ एक खुली दुकानों को चैंबर के सदस्यों ने शांतिपूर्ण ढंग से बंद करवाया और अपील की कि इस बंदी में वे भी अपना सहयोग करें. सिंहभूम चैंबर ऑफ़ कॉमर्स के नेतृत्व में लगभग 22 व्यवसायिक संगठनो ने बंद का समर्थन किया. उन्होंने सरकार से मांग की है कि व्यापार में आ रही जटिलताओं को खत्म करने का काम करें, ताकि व्यापारी सुगमता से अपना कारोबार कर सकें. उन्होंने बताया है कि व्यपारियों के अलावे रिटर्न्स फाइल करने में सीए को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.