जमशेदपुर: हाल ही में झारखंड सरकार ने छठी जेपीएससी के परिणाम को जारी किया है, जिसके बाद परिणामों को लेकर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है. बहरागोड़ा के पूर्व भाजपा विधायक कुणाल षाडंगी ने अपने सोशल साइट के माध्यम से छठी जेपीएससी के परिणाम पर सवाल उठाया है.
उन्होंने कहा है कि आखिर क्या जरूरत थी कि झारखंड सरकार को इस लॉकडाउन की अवधि में इसके परिणाम को जारी करने की. उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से इसके परिणाम को रद्द करने की मांग की है. उन्होंने छठी जेपीएससी के परिणाम को गलत ठहराया है. साथ ही कहा कि इस रिजल्ट में काफी विसंगतियां हैं. इसको लेकर पिछली सरकार के समय हेमंत सोरेन के साथ मिलकर आंदोलन किया था, लेकिन सरकार आते ही रिजल्ट को जारी कर दिया गया.
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उन्होंने कहा कि आखिर किसके आदेश पर इस रिजल्ट को जारी किया गया है. वह भी उस समय जब देश वैश्विक महामारी से गुजर रहा है. जहां यूपीएससी जैसी संस्था ने अपने रिजल्ट पर रोक लगा दी है. वहीं, जेपीएससी के रिजल्ट को पूरी तरह नियम को ताक पर रखकर निकाला गया है. इसलिए राज्यपाल इस मसले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत इस परिणाम को निरस्त करने के लिए राज्य सरकार को निर्देश दें.