रांचीः सूबे के नए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के शपथ ग्रहण के दौरान जेवीएम सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी को दूसरी पंक्ति में बैठाने का मामला तुल पकड़ने लगा है. जेवीएम के कार्यकर्ताओं में इसको लेकर हेमंत सोरेन के खिलाफ नाराजगी देखी जा रही है.
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जेवीएम के कार्यकर्ताओं का मानना है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एक सुनियोजित साजिश के तहत अपने शपथ ग्रहण समारोह में झारखंड विकास मोर्चा के सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी को दुसरे पंक्ति में बैठाकर अपमानित किया गया है, जो जेएमएम के कार्यकर्ताओं से उम्मीद नहीं थी. इस संबंध में जेवीएम के केंद्रीय महासचिव अभय सिंह ने कहा कि बाबूलाल मरांडी ने बिना किसी शर्त के हेमंत सोरेन को समर्थन दिया, वहीं हेमंत सोरेन ने अपने शपथ ग्रहण समारोह में उन्हें दूसरी पंक्ति में बैठाकर उनका अपमान किया.
उन्होंने कहा कि बाबूलाल मरांडी झारखंड के पहले मुख्यमंत्री हैं और राज्य के सर्वमान्य नेता भी हैं, उनकी साफ-सुथरी छवि है. लेकिन शपथ ग्रहण समारोह में हेमंत सोरेन ने उन्हें दूसरी पंक्ति में बैठाकर अपमानित किया है. पार्टी इस मामले को लेकर काफी गंभीर है. पार्टी इसकी निंदा करती है और आगामी 5 जनवरी को रांची में होने वाले झारखंड विकास मोर्चा के केंद्रीय कार्यसमिति की बैठक में इस पर निंदा प्रस्ताव पारित किया जाएगा. उन्होंने आशा किया कि हेमंत सोरेन इस प्रकार की गलती को दोबारा नहीं करेंगे.