जमशेदपुर: जमशेदपुर में कोर्ट मोड के पास उस वक्त हंगामा मच गया जब गुरुवार की रात सिविल कोर्ट के अधिवक्ता उमेश साव को ट्रैफिक पुलिस ने हेलमेट नहीं पहनने पर चालान भरने को कहा. जिसके बाद जमशेदपुर बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं ने मौके पर पहुंचकर ट्रैफिक पुलिस के पास चालान की अधिसूचना पर झारखंड पुलिस के जगह जमशेदपुर पुलिस लिखे होने पर सवाल खड़ा कर किया.
यह मामला तकरीबन दो घंटे तक वकील और पुलिस के बीच तीखी-नोंक झोंक चलती रही. अधिवक्ता उमेश साव कोर्ट से निकलकर बिस्टुपुर कुछ काम से जा रहे थे उसी वक्त कोर्ट मोड के समीप गुरुवार को चेकिंग में अधिवक्ता को हेलमेट नहीं पहने होने पर रोककर उनसे फाइन भरने को कहा गया. जिसके बाद अधिवक्ता ने अन्य अधिवक्ताओ की इसकी सूचना दी. जिसके बाद जमशेदपुर बार एसोसिएशन से अधिवक्ताओं ने पहुंचकर वहां फाइन काटे जाने के बाद दिए जाने वाले चालान को देखकर उसपर सवालिया निशान खड़ा कर दिया. जिसमें झारखंड पुलिस की जगह जमशेदपुर पुलिस अंकित था.
ये भी पढे़ं- बकोरिया कांड को लेकर झारखंड हाई कोर्ट में PIL दायर, केस मैनेज करने में संलिप्त लोगों की भूमिका की जांच की मांग
जमशेदपुर बार एसोसिएशन के सचिव अनिल तिवारी ने कहा की पुरे राज्य में झारखंड पुलिस काम करती है, लेकिन जमशेदपुर पुलिस कब से काम कर रही है. इसकी जानकारी किसी को नहीं है. इसी को लेकर अधिवक्ताओं ने जिले के वरीय पदाधिकारी से इस मामले में जमशेदपुर पुलिस की जानकारी देने की बाते कही.