ETV Bharat / city

जमशेदपुर बार एसोसिएशन में चार साल से नहीं हुआ ऑडिट, अधिवक्ताओं में आक्रोश

जमशेदपुर जिला बार एसोसिएशन के चुनाव से पहले हर जमा खर्च का हिसाब-किताब यहां के अधिवक्ता कराना चाहते हैं. जिला बार संघ के ऑडिट और चुनाव की मांग को लेकर राजेश जायसवाल ने हाइकोर्ट में याचिका भी दायर की थी, लेकिन फिर भी हिसाब नहीं किया गया.

Jamshedpur Bar Association
जमशेदपुर बार एसोसिएशन
author img

By

Published : Jan 9, 2020, 7:48 PM IST

जमशेदपुर: जिला बार एसोसिएशन में पिछले चार साल से अब तक ऑडिट नहीं किया गया है. जिला बार एसोसिएशन के अधिवक्ता, एसोसिएशन के चुनाव से पहले आय-व्यय पैसों का हिसाब-किताब ऑडिट कराना चाहते हैं.

देखिए पूरी खबर

जमशेदपुर जिला बार एसोसिएशन के चुनाव से पहले हर जमा खर्च का हिसाब-किताब यहां के अधिवक्ता कराना चाहते हैं. जिला बार एसोसिएशन के ऑडिट और चुनाव की मांग को लेकर राजेश जायसवाल ने हाइकोर्ट में याचिका भी दायर की थी. जमशेदपुर बार एसोसिएशन का चुनाव हर दो साल में कराया जाता है. बार एसोसिएशन के परंपरा के मुताबिक चुनाव से पहले आम बैठक कर एसोसिएशन के खर्च का पूरा ब्यौरा प्रस्तुत किया जाता है.

बता दें कि 21 जनवरी को जमशेदपुर बार एसोसिएशन का चुनाव होना है. इस बार चुनाव से पहले ऐसा नहीं किए जाने पर अधिवक्ताओं ने विरोध प्रदर्शन कर कहा कि भ्र्ष्टाचार की बू आ रही है. करीब 6 महीने से यह मामला झारखंड हाइकोर्ट में भी विचाराधीन है. हाइकोर्ट के तीन बार आदेश के बावजूद जमशेदपुर बार एसोसिएशन लेखा-जोखा फाइल नहीं कर रही है, जबकि हाइकोर्ट दो रिसीवर भी नियुक्त कर चुका है.

ये भी पढ़ें: मानव तस्करों के चंगुल से आजाद हुई नाबालिग का सीडब्ल्यूसी के सामने बयान दर्ज, भेजी गई शेल्टर होम
बार एसोसिएशन की ऑडिट रिपोर्ट की सुनवाई शुक्रवार 9 जनवरी को हाइकोर्ट में होनी है. जिला बार एसोसिएशन में ऑडिट रिपोर्ट पेश नहीं होने से यहां कार्य कर रहे अधिवक्ताओं में खासा नाराजगी है. बहरहाल, अब यह देखना है कि ऑडिट रिपोर्ट में कौन से नए खुलासे किए जाते हैं.

जमशेदपुर: जिला बार एसोसिएशन में पिछले चार साल से अब तक ऑडिट नहीं किया गया है. जिला बार एसोसिएशन के अधिवक्ता, एसोसिएशन के चुनाव से पहले आय-व्यय पैसों का हिसाब-किताब ऑडिट कराना चाहते हैं.

देखिए पूरी खबर

जमशेदपुर जिला बार एसोसिएशन के चुनाव से पहले हर जमा खर्च का हिसाब-किताब यहां के अधिवक्ता कराना चाहते हैं. जिला बार एसोसिएशन के ऑडिट और चुनाव की मांग को लेकर राजेश जायसवाल ने हाइकोर्ट में याचिका भी दायर की थी. जमशेदपुर बार एसोसिएशन का चुनाव हर दो साल में कराया जाता है. बार एसोसिएशन के परंपरा के मुताबिक चुनाव से पहले आम बैठक कर एसोसिएशन के खर्च का पूरा ब्यौरा प्रस्तुत किया जाता है.

बता दें कि 21 जनवरी को जमशेदपुर बार एसोसिएशन का चुनाव होना है. इस बार चुनाव से पहले ऐसा नहीं किए जाने पर अधिवक्ताओं ने विरोध प्रदर्शन कर कहा कि भ्र्ष्टाचार की बू आ रही है. करीब 6 महीने से यह मामला झारखंड हाइकोर्ट में भी विचाराधीन है. हाइकोर्ट के तीन बार आदेश के बावजूद जमशेदपुर बार एसोसिएशन लेखा-जोखा फाइल नहीं कर रही है, जबकि हाइकोर्ट दो रिसीवर भी नियुक्त कर चुका है.

ये भी पढ़ें: मानव तस्करों के चंगुल से आजाद हुई नाबालिग का सीडब्ल्यूसी के सामने बयान दर्ज, भेजी गई शेल्टर होम
बार एसोसिएशन की ऑडिट रिपोर्ट की सुनवाई शुक्रवार 9 जनवरी को हाइकोर्ट में होनी है. जिला बार एसोसिएशन में ऑडिट रिपोर्ट पेश नहीं होने से यहां कार्य कर रहे अधिवक्ताओं में खासा नाराजगी है. बहरहाल, अब यह देखना है कि ऑडिट रिपोर्ट में कौन से नए खुलासे किए जाते हैं.

Intro:एंकर--जमशेदपुर जिला बार- एसोसिएशन में चार साल से अब तक ऑडिट नहीं किया गया है.जिला बार एसोसिएशन के अधिवक्ता बार एसोसिएशन के चुनाव से पहले आय-व्यय पैसों का हिसाब-किताब ऑडिट कराना चाहते हैं।


Body:वीओ1-- जमशेदपुर जिला बार एसोसिएशन के चुनाव से पहले हर जमा खर्च का हिसाब किताब यहां के अधिवक्ता कराना चाहते हैं.जिला बार संघ के ऑडिट और चुनाव की मांग को लेकर राजेश जयसवाल अधिवक्ता ने हाईकोर्ट में याचिका भी दायर की थी. जमशेदपुर बार एसोसिएशन का चुनाव हर 2 साल में कराया जाता है. बार एसोसिएशन के परंपरा के मुताबिक चुनाव से पूर्व आम बैठक कर एसोसिएशन के खर्च का पूरा ब्यौरा प्रस्तुत किया जाता है.बता दें कि 21 जनवरी को जमशेदपुर बार एसोसिएशन का चुनाव होना है.इस बार चुनाव से पहले ऐसा नहीं किए जाने पर अधिवक्ताओं ने विरोध प्रदर्शन कर कहा भ्रस्टाचार की बू आ रही है.करीब 6 महीने से यह मामला झारखंड हाई कोर्ट में भी विचाराधीन है. हाईकोर्ट के तीन बार आदेश के बावजूद भी जमशेदपुर बार एसोसिएशन लेखा-जोखा फाइल नहीं कर रही है. जबकि हाईकोर्ट के द्वारा दो रिसीवर भी नियुक्त किए जा चुके हैं.बार एसोसिएशन के ऑडिट रिपोर्ट की सुनवाई शुक्रवार 9 जनवरी को हाई कोर्ट में होनी है.जिला बार एसोसिएशन में ऑडिट रिपोर्ट पेश नहीं होने से यहाँ कार्य कर रहे अधिवक्ताओं में खासा नाराजगी है.
बाइट--अजय सिंह( अधिवक्ता जमशेदपुर कोर्ट)
बाइट--अधिवक्ता
बाइट--प्रवीण दुबे( अधिवक्ता जमशेदपुर कोर्ट)


Conclusion:बहरहाल अब यह देखना है कि ऑडिट रिपोर्ट में कौन से नए खुलासे किए जाते हैं। 4 साल में अब तक ऑडिट नहीं होना इस बात की और इशारा करता है कि कहीं ना कहीं कुछ तो घालमेल है।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.