जमशेदपुर: मौत से लड़ रही तीन साल की बच्ची आन्या प्रिया के इलाज के लिए उसके परिजन भटक रहे हैं. बच्ची की मदद के लिए गुरुवार को पोटका के विधायक संजीव सरदार ने हेमंत सोरेन को ट्वीट किया था, जिसके बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बन्ना गुप्ता को इलाज के लिए निर्देश दिया. सीएम के निर्देश के 15 घंटे बीत जाने के बाद भी आन्या को कोई आर्थिक मदद नहीं मिला है. बच्ची के इलाज के लिए उसके परिजनों ने उधार पैसे लेकर गुरुग्राम के वेदांता अस्पताल में भर्ती कराया है.
मदद का इंतजार
गुरुवार की दोपहर पोटका के विधायक संजीव सरदार ने हेमंत सोरेन को ट्वीट कर बच्ची के इलाज की बात कही थी. हेमंत सोरेन के ट्वीटर हैंडल से झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को इलाज के लिए निर्देश दिया गया था. जिसके बाद भी अब तक परिजनों को सरकारी मदद नहीं मिली.
ब्रेन फीवर से पीड़ित
दरअसल तीन साल की आन्या प्रिया मष्तिष्क बुखार से पीड़ित है. उसके परिजनों ने बताया झारखंड में बेहतर न्यूरो डॉक्टर के नहीं होने के कारण गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में इलाज करा रहे हैं. आन्या के पिता पेशे से मोबाईल कंपनी में कार्यरत है.
ये भी देखें- बुजुर्ग पर छेड़खानी का आरोप, गिरफ्तारी के बाद बढ़ा बीपी, जेल के बजाय पहुंचाया गया RIMS
6 लाख मांग कर करा रहे इलाज
आन्या के पिता ने बताया कि सरकार से आर्थिक मदद नहीं मिलने के बाद दोस्तों से पैसे उधार लेकर गुरुग्राम के वेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पीड़ित परिवार झारखंड के लातेहार का मूल निवासी है और रांची में रहते हैं.