जमशेदपुर: शहर में स्थित सूबे का दूसरा सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल एमजीएम की स्वास्थ्य व्यवस्था सफेद हाथी साबित हो रही है. आए दिन अस्पताल में कभी बेड की कमी से मरीज को फर्श पर लिटाकर इलाज किया जाता है, तो कभी बेहतर इलाज की कमी से मरीज की मौत हो जाती है.
कुर्सी से गिरकर मौत
मंगलवार को एक व्यक्ति की मौत भी एमजीएम अस्पताल के प्रांगण में कुर्सी से गिरकर हो गई. दरअसल, मंगलवार को ग्रामीण क्षेत्र से एक शख्स इलाज कराने के लिए आया था, तभी मरीज की स्थिति खराब होने लगी और इंतजार करते-करते वह कुर्सी से गिर पड़ा और उसकी मौत हो गई.
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पांच घंटे तक फर्श पर पड़ा रहा शव
मरीज की मौत होने के घंटों बाद भी आसपास से आते जाते हुए किसी ने भी मृत को हटाना जरूरी नहीं समझा. आलम यह हुआ कि तकरीबन पांच घंटे के बाद मरीज का शव एमजीएम अस्पताल के शीतगृह में रखा गया. वैसे एमजीएम अस्पताल को बेहतर करने की कवायद जमशेदपुर पश्चिमी के विधायक और झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता भी कर रहे हैं.