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जमशेदपुर: साइबर पुलिस ने 2 अपराधियों को किया गिरफ्तार, 10 लाख रुपये जब्त करने का दावा - Cyber ​​police

जमशेदपुर में साइबर पुलिस ने 2 अपराधियों को बैंक से गिरफ्तार किया है. अपराधियों के पास से पुलिस ने दर्जनों मोबाइल, एटीएम, पासपोर्ट, प्रिंटर, आधार कार्ड बरामद किए हैं. फिलहाल पुलिस मामले की तफ्तीश कर रही है.

Cyber ​​police arrested 2 criminals from bank in jamshedpur
साइबर पुलिस ने बैंक से 2 अपराधियों को किया गिरफ्तार
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Published : Feb 8, 2020, 2:07 PM IST

जमशेदपुर: साइबर पुलिस ने दो अपराधियों को गिरफ्तार किया है. अपराधियों के पास से पुलिस ने दर्जनों मोबाइल, एटीएम, पासपोर्ट, प्रिंटर, आधार कार्ड बरामद किए हैं. फिलहाल पुलिस मामले की तफ्तीश कर रही है.

वीडियो में देखें पूरी खबर

एक अपराधी के बैंक खाते में फर्जी तरीके से जमा 10 लाख रुपए भी जब्त करने का दावा जमशेदपुर साइबर पुलिस कर रही है. जबकि एक अपराधी के खाते से पिछले 6 महीने के अंदर हुए करोड़ों रुपए के लेनदेन की जांच की जा रही है. बताया जा रहा है कि घाटशिला निवासी गैंग का सरगना प्रदीप मजूमदार पूर्व में रेलवे कर्मचारी था और अपने सीनियर के साथ विवाद के बाद उसे नौकरी गंवानी पड़ी. इसके बाद आर्थिक तंगी से निपटने के लिए उसने साइबर अपराध की दुनिया में कदम रखा.

ये भी पढ़ें- मुकेश जालान हत्याकांड: हत्यारों का सुराग नहीं, एसआईटी गठित

इसके बाद प्रदीप मजूमदार अपने सहयोगी एमजीएम थाना क्षेत्र के मुखियाडांगा के रहने वाले सोनू महतो के साथ फर्जी तरीके से लोगों को चूना लगाकर पैसे कमाने लगा. बैंक की ओर से सूचना दिए जाने के बाद लगातार पुलिस छापेमारी में जुटी हुई थी. पुलिस ने बताया कि यह सारे अपराध मोबाइल एप से प्रमाण पत्र में छेड़छाड़ कर जाली सर्टिफिकेट बनाते थे. उसी प्रमाण पत्र के आधार पर वह बैंक में जाकर खाता खुलवाते थे. दोनों अपराधी इंडियन बैंक बिस्टुपुर में मोबाइल नंबर अपडेट करने गए थे. इस दौरान बैंक मैनेजर ने अपने कमरे में बैठाकर पुलिस को फोन कर दिया. जिसके बाद पुलिस ने अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया.

जमशेदपुर: साइबर पुलिस ने दो अपराधियों को गिरफ्तार किया है. अपराधियों के पास से पुलिस ने दर्जनों मोबाइल, एटीएम, पासपोर्ट, प्रिंटर, आधार कार्ड बरामद किए हैं. फिलहाल पुलिस मामले की तफ्तीश कर रही है.

वीडियो में देखें पूरी खबर

एक अपराधी के बैंक खाते में फर्जी तरीके से जमा 10 लाख रुपए भी जब्त करने का दावा जमशेदपुर साइबर पुलिस कर रही है. जबकि एक अपराधी के खाते से पिछले 6 महीने के अंदर हुए करोड़ों रुपए के लेनदेन की जांच की जा रही है. बताया जा रहा है कि घाटशिला निवासी गैंग का सरगना प्रदीप मजूमदार पूर्व में रेलवे कर्मचारी था और अपने सीनियर के साथ विवाद के बाद उसे नौकरी गंवानी पड़ी. इसके बाद आर्थिक तंगी से निपटने के लिए उसने साइबर अपराध की दुनिया में कदम रखा.

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इसके बाद प्रदीप मजूमदार अपने सहयोगी एमजीएम थाना क्षेत्र के मुखियाडांगा के रहने वाले सोनू महतो के साथ फर्जी तरीके से लोगों को चूना लगाकर पैसे कमाने लगा. बैंक की ओर से सूचना दिए जाने के बाद लगातार पुलिस छापेमारी में जुटी हुई थी. पुलिस ने बताया कि यह सारे अपराध मोबाइल एप से प्रमाण पत्र में छेड़छाड़ कर जाली सर्टिफिकेट बनाते थे. उसी प्रमाण पत्र के आधार पर वह बैंक में जाकर खाता खुलवाते थे. दोनों अपराधी इंडियन बैंक बिस्टुपुर में मोबाइल नंबर अपडेट करने गए थे. इस दौरान बैंक मैनेजर ने अपने कमरे में बैठाकर पुलिस को फोन कर दिया. जिसके बाद पुलिस ने अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया.

Intro:एंकर-- जमशेदपुर साइबर पुलिस ने साइबर अपराध में संलिप्त दो अपराध कर्मियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए दोनों अपराधियों के पास से पुलिस ने दर्जनों मोबाइल एटीएम पासपोर्ट, प्रिंटर ,आधार कार्ड आदि बरामद किया है.दोनों लोग बेहद शातिर अपराधी बताए जा रहे हैं. पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है. दोनों के बैंक खातों को सीज कर दिया गया है।


Body:वीओ1-- एक अपराधी के बैंक खाते में फर्जी तरीके से जमा दस लाख रुपए भी जप्त करने का दावा जमशेदपुर साइबर पुलिस कर रही है. जबकि एक अपराधी के खाते से पिछले क्षः माह के भीतर हुए करोड़ों रुपए के लेनदेन की जांच की जा रही है. बताया जा रहा है कि गैंग का सरगना पूर्व में रेलवे कर्मचारी था और अपने सीनियर के साथ विवाद के बाद उसे नौकरी गंवानी पड़ी थी जिसके बाद आर्थिक तंगी से निपटने के लिए उसने साइबर अपराध की दुनिया में कदम रखा और अपने सहयोगी एमजीएम थाना क्षेत्र के मुखियाडांगा के रहने वाले सोनू महतो के साथ फर्जी तरीके से लोगों को चूना लगाकर पैसे कमाने लगा सरगना घाटशिला का रहने वाला है.और उसका नाम प्रदीप मजूमदार है. बैंक द्वारा सूचना दिए जाने के बाद लगातार पुलिस छापेमारी में जुटी हुई थी पुलिस ने बताया कि यह सारे अपराध मोबाइल ऐप से प्रमाण पत्र में छेड़छाड़ कर जाली बनाया जाता था उसी प्रमाण पत्र के आधार पर वह बैंक में जाकर खाता खुलवाया था अब तक उसने 8 खाते बेच दिए इंडियन बैंक बिस्टुपुर में मोबाइल नंबर अपडेट करने गया था इसी बीच बैंक मैनेजर ने अपने कमरे में बैठा कर पुलिस को फोन कर दिया बाद में पुलिस ने आकर उन्हें पकड़ लिया पुलिस मामले की तफ्तीश में जुट चुकी है।
बाइट--उपेंद्र मंडल(थाना प्रभारी साइबर)


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