जमशेदपुर: साइबर पुलिस ने दो अपराधियों को गिरफ्तार किया है. अपराधियों के पास से पुलिस ने दर्जनों मोबाइल, एटीएम, पासपोर्ट, प्रिंटर, आधार कार्ड बरामद किए हैं. फिलहाल पुलिस मामले की तफ्तीश कर रही है.
एक अपराधी के बैंक खाते में फर्जी तरीके से जमा 10 लाख रुपए भी जब्त करने का दावा जमशेदपुर साइबर पुलिस कर रही है. जबकि एक अपराधी के खाते से पिछले 6 महीने के अंदर हुए करोड़ों रुपए के लेनदेन की जांच की जा रही है. बताया जा रहा है कि घाटशिला निवासी गैंग का सरगना प्रदीप मजूमदार पूर्व में रेलवे कर्मचारी था और अपने सीनियर के साथ विवाद के बाद उसे नौकरी गंवानी पड़ी. इसके बाद आर्थिक तंगी से निपटने के लिए उसने साइबर अपराध की दुनिया में कदम रखा.
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इसके बाद प्रदीप मजूमदार अपने सहयोगी एमजीएम थाना क्षेत्र के मुखियाडांगा के रहने वाले सोनू महतो के साथ फर्जी तरीके से लोगों को चूना लगाकर पैसे कमाने लगा. बैंक की ओर से सूचना दिए जाने के बाद लगातार पुलिस छापेमारी में जुटी हुई थी. पुलिस ने बताया कि यह सारे अपराध मोबाइल एप से प्रमाण पत्र में छेड़छाड़ कर जाली सर्टिफिकेट बनाते थे. उसी प्रमाण पत्र के आधार पर वह बैंक में जाकर खाता खुलवाते थे. दोनों अपराधी इंडियन बैंक बिस्टुपुर में मोबाइल नंबर अपडेट करने गए थे. इस दौरान बैंक मैनेजर ने अपने कमरे में बैठाकर पुलिस को फोन कर दिया. जिसके बाद पुलिस ने अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया.